पीपलकोटी उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है जो अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है। अपनी खूबसूरती और शानदार नजारो के लिए पहचाने जाने वाले इस स्थान से आप दूर बर्फीले पहाड़ियों का विहंगम नजारा भी देख सकते है। यहाँ की हरियाली और पहाड़ो में सफ़ेद रूई जैसे तैरते बादल एक बेहद ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते है। एक छोटा सा गांव होने के बावजूद पीपलकोटी ने जिले में अपनी एक ख़ास पहचान निर्मित की है। इस स्थान से आप चमोली में स्थित प्रचलित पर्यटक स्थल
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पीपलकोटी उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है जो अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है। अपनी खूबसूरती और शानदार नजारो के लिए पहचाने जाने वाले इस स्थान से आप दूर बर्फीले पहाड़ियों का विहंगम नजारा भी देख सकते है। यहाँ की हरियाली और पहाड़ो में सफ़ेद रूई जैसे तैरते बादल एक बेहद ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते है। एक छोटा सा गांव होने के बावजूद पीपलकोटी ने जिले में अपनी एक ख़ास पहचान निर्मित की है। इस स्थान से आप चमोली में स्थित प्रचलित पर्यटक स्थल के साथ कई धार्मिक स्थानों पर जा सकते है, जिसके चलते यह स्थान यात्रा के समय पर्यटकों से पटा पड़ा रहता है। प्रमुख पर्यटक स्थलों के बीच में पड़ने वाला यह स्थान यात्रियों के मध्य विश्राम स्थल के लिए विख्यात है। समुद्र तल से करीब 1,259 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह गांव मुख्यतः चार धाम यात्रा के दौरान पर्यटक से घिरा रहता है।
पीपलकोटी
अपने विहंगम नजारो के लिए विख्यात उत्तराखंड का प्रत्येक जिला अपने आप में खास है, जिससे चमोली जिला भी अछूता नहीं है। इसकी प्राकृतिक सौंदर्यता इसके प्रत्येक क्षेत्र और गांव में आसानी से देखी जा सकती है। इन्ही में से एक पीपलकोटी भी है जो अपने मनमोहक और प्राकृतिक नजारो के लिए पहचाना जाता है। सड़क मार्ग से जुड़ा यह स्थान ऋषिकेश से लगभग 212 किमी की दूरी पर स्थित है, जहाँ यात्री सड़क मार्ग से बस, टैक्सी एवं अन्य विकल्प के माध्यम से पहुँच सकते है।
चमोली अपने कई पर्यटक और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है, जिनमे बद्रीनाथ, औली, हेमकुंड साहिब, निति वैली प्रमुख है। जटिल यात्रा मार्ग और दूरी के चलते ज्यादातर यात्री अपनी यात्रा के दौरान पीपलकोटी को अपने पड़ाव के रूप में इस्तेमाल करते है। यहाँ रूककर वह अपने शरीर और दिमाग को आराम देते है, जिससे उन्हें आगे की यात्रा में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। यह पड़ाव बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए इसलिए भी एहम माना जाता है क्यूंकि इससे उनके शरीर को वातावरण के अनुकूल ढलने में काफी सहायता मिलती है।
स्थान एवं कनेक्टिविटी
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पीपलकोटी गांव राष्ट्रिय राजमार्ग 7 से जुड़ा हुआ है, जो इस स्थान को अन्य प्रमुख मार्गो से सड़क के द्वारा बेहद ही अच्छे ढंग से जोड़ता है। देहरादून, ऋषिकेश एवं हरिद्वार जैसे प्रमुख स्थानों से इस स्थान पर सड़क मार्ग से आसानी से आया जा सकता है।
पीपलकोटी में रहने की व्यवस्था
बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलो की घाटी और औली जैसे अनेक प्रमुख स्थलों का एहम पड़ाव माने जाने वाले पीपलकोटी में रहने की काफी अच्छी व्यवस्था है। यहाँ यात्रियों को होम स्टे और होटल जैसे अनेक व्यवस्थाएं उनके बजट अनुसार मिल जाएंगी। सिमित संख्या में होटल और स्टे होम के चलते यात्रा सीजन के दौरान यात्रियों की अत्यधिक भीड़ यहाँ देखने की मिलती है।
पीपलकोटी का मौसम
- किसी भी स्थान की सुंदरता का महत्व काफी हद तक वहाँ के मौसम पर भी निर्भर करती है और पीपलकोटी इसमें बिलकुल भी कमतर नहीं है। पहाड़ी इलाका होने के चलते यहाँ के मौसम का मिजाज अमूमन ठंडा ही रहता है।
- गर्मियों के समय यहाँ का मौसम बेहद ही खुशनुमा और सुहावना रहता है जो यात्रा के लिए बेहद ही अनुकूल प्रतीति होता है। हालाँकि पहाड़ से घिरे और अलकनंदा किनारे बसे पीपलकोटी में सुबह और श्याम का मौसम काफी ठंडा रहता है।
- पीपलकोटी की सुंदरता बरसात के दौरान अत्यधिक उभर के आती है जो इसके चारो तरफ की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता को और निखार देता है।
- सर्दियों के दौरान पहाड़ो पर पड़ने वाली बर्फ विहंगम नज़ारे तो दिखती ही है साथ ही साथ यहाँ के तापमान को भी काफी गिरा देती है, जिसके चलते यात्रियों को सर्दियों के समय अत्यधिक ठण्ड का सामना करना पड़ता है।
पीपलकोटी में की जाने वाली अन्य गतिविधि
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो से घिरा पीपलकोटी विश्राम स्थल के लिए तो जाना जाता ही लेकिन इसकी सुंदरता और प्राकृतिक सौंदर्य अन्य स्थल से कम नहीं है। यात्री विश्राम के लिए उपयोग होने वाले इस स्थान पर अत्यधिक कुछ करने के लिए नहीं है लेकिन यहाँ का मन मोह लेने वाला वातावरण यात्रियों की थकान को पल भर में दूर कर देता है। यहाँ यात्री प्रकृति की सुंदरता और गांव का भ्रमण जैसी गतिविधि में हिस्सा ले सकते है, जिससे उन्हें गांव को करीब से देखने और समझने का मौका मिल सके। इसके अतिरिक्त यात्री अलकनंदा नदी की किनारे बिताये कुछ सुकून के पल उनके मन को शांत और दिमाग को तरोताजा करने में भी सहायता करते है।
यात्रा पूर्व महत्वपूर्ण सुझाव
- यात्रा प्रारम्भ करने से पूर्व यात्री अपने रहने की व्यवस्था अवश्य कर ले, विशेषकर चार धाम यात्रा के दौरान।
- अपने साथ आवश्यकतानुसार नकदी जरूर रखे क्यूंकि मार्ग में संचार समबन्धित समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
- कई बैंको के एटीएम पीपलकोटी में अपनी सेवाए दे रहे है जिससे यात्रियों को नकदी की समस्या का सामना ना करना पड़े।
- पेट्रोल पंप की सुविधा भी यहाँ पर आसानी से उपलब्ध है।
- भूस्खलन के चलते कई स्थानों पर मार्ग प्रतिबंधित भी रहते है, इन स्थानों पर ध्यान से चलने की सलाह दी जाती है।
- बरसात के दौरान यात्रियों को मार्ग अवरुद्ध, मार्ग टूट जाने एवं भूस्खलन जैसी अनेको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- ठण्ड से बचाव हेतु अपने साथ प्रयाप्त मात्रा में गर्म कपडे लेकर चले।
- पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम कभी भी बदल सकता है, इसके चलते अपने साथ रेनकोट और छाता अवश्य रखे।
- काम में आने वाली जरूरी दवाई अपने साथ अवश्य लेकर चले।
- मार्ग में चलते समय विशेष सावधानी बरते गति पर विशेष नियंत्रण रखे।
- पहाड़ में जंगली जानवर अक्सर देखे जाते है इसलिए किसी भी सुनसान वाले क्षेत्र में अनावश्यक ना रुके।
- चार धाम यात्रा के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर को अवश्य नोट करके रखे और किसी भी विपरीत परिस्थिति में पुलिस या हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करे।