हरिद्वार भारत के उत्तरखंड राज्य में स्थित एक हिन्दू धर्म की आस्था और पूजनीय स्थल है। हरद्वार या आमतौर पर हरिद्वार को शिव और विष्णु के प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है। यह उत्तराखंड का एक प्रतिष्ठित शहर है, जो अपने आध्यात्मिक महत्व, घाटों, मंदिरों और पवित्र गंगा नदी के लिए प्रसिद्ध है। यह उत्तराखंड का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और हिंदू पौराणिक कथाओं और परंपरा में एक विशेष स्थान रखता है। पौराणकि कथाओ के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत की चार बुँदे धरती पर गिरी थी, उनमे से हरिद्वार एक है (अन्य स्थल प्रयागराज, नासिक एवं उज्जैन है)। इसी के उपलक्ष्य में ऋषियों मुनियो द्वारा आज भी महाकुम्भ किया जाता है, जो की 12 सालो में एक बार होता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, माँ गंगा भगवान शिव की जटाओं से मुक्त होकर हरिद्वार में अवतरित हुईं। लाखों श्रद्धालु हर साल अपने पापों से मुक्ति के लिए गंगा में डुबकी लगाने आते हैं। इतना ही नहीं, दुनिया भर से लोग हरिद्वार मे अपने पूर्वजों के लिए पिंड दान करने आते हैं। यहाँ सुबह और शाम के समय की जाने वाली गंगा आरती और उसके विहंगम दृश्य को देखने तीर्थयात्रियों दूर दूर से आते है। इसके अलावा यहाँ आपको प्रसिद्ध शक्ति पीठ मनसा देवी, चंडी देवी और माया देवी सहित कुछ प्रतिष्ठित मंदिर देखने को मिल जाएँगे, जिनके दर्शन करने लोग दूर दूर से यहाँ आते है। पहले के समय मे हरिद्वार को मायापुरी के नाम से जाना जाता था जिसे माँ माया देवी के नाम पे रखा था।