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ऋषिकेश शहर

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जानकारी

विश्व की योग नगरी के नाम से मशहूर, ऋषिकेश भारत के उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून जिले में स्थित है। इसकी दूरी देहरादून से 44 किमी की है, जहाँ पर्यटक सड़क, रेल तथा हवाई मार्ग का उपयोग करके जा सकते है। हिमालय और गंगा नदी के तट पर स्थित यह शहर पर्यटन और धार्मिक स्थल के रूप में काफी जाना जाता है। अपने शांत वातावरण की वजह से योग नगरी के नाम से मशहूर इस स्थान पर दुनियाभर से काफी संख्या में पर्यटक योग और ध्यान सिखने आते है। योग नगरी होने के नाते प्रतिवर्ष 21 जून को राज्य सरकार द्वारा विश्व योग दिवस मनाया जाता है, जिसमे लोग दूर-दूर से भाग लेने आते है। इस स्थान से आप छोटा चार धाम कहे जाने वाले गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा को प्रस्थान कर सकते है। यहाँ स्थित कई स्थल पर्यटकों में काफी प्रचलित है;

 जिनमे लक्ष्मण झूला, राम झूला, तेराह मंजिल मंदिर, त्रिवेणी घाट, नीर झरना प्रमुख है। इसके साथ यहाँ स्थित बीटल्स का आश्रम जिसे चौरासी कुटिया भी कहते है काफी प्रसिद्ध है। कहा जाता है की साल 1968 में अंग्रेजी बैंड के चार सदस्य ऋषिकेश में महर्षि महेश योगी के आश्रम में योग व ध्यान सिखने आये थे। योग सिखने के दौरान इस बैंड ने कई गानो के बोल लिखे है जिनमे से अधिकतर उनके प्रचलित "वाइट एल्बम" में शामिल है। इन सबके विपरीत ऋषिकेश का कथन महाभारत के समय भी हुआ है। कहा जाता है की रावण का वध करने के पश्चात ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति के लिए श्री राम अपने भाई के साथ यहाँ पधारे थे, इतना ही नहीं ऋषिकेश का प्रसंग स्कन्द पुराण में भी उल्लेखित है। विद्वानों द्वारा बतलाया जाता है की लक्ष्मण न दो जूट की राशियों के सहयोग से

 गंगा नदी को पार कर लिया था, जहाँ पर आज के समय में लक्ष्मण झूला स्थित है। त्रिवेणी घाट में होने वाली श्याम की गंगा आरती अक्सर आकर्षण का केंद्र बानी रहती है, जहाँ काफी मात्रा में लोग आरती देखने आते है। यह आरती सुबह और शाम के समय की जाती है ऋषिकेश में अधिकांश भाग में आपको मंदिर,आश्रम ,साधना वाले छोटे छोटे स्थल बनाये गए है जहाँ पर ध्यान को केंद्रित किया जाता है इस कारण यहाँ पर विदेश से अधिकतर पर्यटक आते है ऋषिकेश में आप इन जगहों पर घूमने के साथ और जगहों पर भी घूम सकते है जैसे गंगा किनारे कैम्पिंग का भी लुप्त उठा सकते है और यहाँ के आस पास के झरनो में भी घूम सकते है और इतना

 ही नहीं राफ्टिंग भी कर सकते हो लेकिन राफ्टिंग करने का भी एक समय रहता है वैसे तो अप्रैल से लेकर सितम्बर तक राफ्टिंग शुर हो जाती है जुलाई और अगस्त में राफ्टिंग बंद कर दी जाती है देखा जाये राफ्टिंग साल में 3 से 4 महीने ही चलती है इस कारण लोगो का यह आवागमन रहता है ऋषिकेश में पहुंचे के लिए आपको यहाँ के बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन पर पहुंचना पड़ेगा या नजदीकी जॉलीग्रांट एयर पोर्ट पर भी पहुँच सकते है जो ऋषिकेश से मात्र 15. 6 कीमी की दुरी पर स्थित है यहाँ से घूमने के लिए आपको रेंटल बाइक ,टैक्सी आदि की सुविधा मिल जाएगी

यहाँ पर कैसे जाये

देहरादून से 44 किमी दूर स्थित इस पर्यटक और धार्मिक स्थल में आप सड़क मार्ग से आ सकते है। यहाँ आने के लिए आपको बस तथा टैक्सी की सुविधा देहरादून एवं हरिद्वार से मिल जाएगी। रेल माध्यम से आने वालो के नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में स्थित है लेकिन भारत के प्रमुख रेल मार्ग से जुड़ा रेलवे स्टेशन हरिद्वार में है जो यहाँ से 22 किमी दूर स्थित है। इसके साथ ही नजदीकी हवाई अड्डा 21 किमी दूर देहरादून के जॉली ग्रांट में स्थित है, जहाँ से आगे की यात्रा आप सड़क मार्ग से पूरी कर सकते है।

यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम

पर्यटकों के लिए यह स्थान साल भर खुला रहता है लेकिन सबसे उपयुक्त समय यहाँ आने का सितम्बर से मई का माना जाता है। बरसात के समय अप्रिय घटना से बचने हेतु यहाँ राफ्टिंग वा अन्य रोमांचकारी गतिविधयों पर राज्य सरकार द्वारा रोक लगा दी जाती है। अप्रैल से जून माह में ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते यहाँ काफी संख्या में पर्यटक आते है, जिससे आपको ट्रैफिक जाम, होटल की समस्या वा अत्यधिक गर्मी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

समुद्र तल से ऊंचाई

समुद्र तल से इस स्थान की ऊचाई लगभग 340 मीटर (1,120 फ़ीट) है

मौसम का पूर्वानुमान

स्थान

निकट के घूमने के स्थान

No Tourist Spot found.

जानिए यात्रियों का अनुभव