चकराता खूबसूरती का एक अनोखा शहर जो देहरादून में ही नहीं बल्कि पुरे उत्तराखण्ड में अपनी झलक, संस्कृति व् पहनावे से जाना जाता है जैसे उत्तराखडं में कुमाऊं मंडल और गढ़वाल मंडल की अपनी अलग अलग पहचान है वैसे ही चकराता में जौनसार बावर की अपनी पहचान है यहाँ का खान पान व् रहने की दिनचर्या आपको कायल बना देगी जो पर्यटको को अपनी और आकर्षित भी करता है साथ ही चकराता प्रकृति की सुंदरता की एक अद्भुत मिशाल पेश करता है।
अपनी सुंदरता, बर्फ़बारी, ऊँचे पहाड़ और झरनो के लिए प्रख्यात है , इस स्थान में काफी संख्या में पर्यटक आते है। अंग्रेजी हुकूमत के समय अंग्रेजी सेना का कैंट से पहचाने जाने वाला स्थान, आज पर्यटकों के मध्य काफी प्रसिद्ध है। हालाँकि अब इस स्थान पर भारतीय सेना का कैंट है, जिसके चलते यहाँ के कुछ प्रतिबंधित क्षेत्रों में विदेशी पर्यटक का आना मना है। यमुना और टोंस नदी के मध्य स्थित यह स्थान
पर्यटकों के लिए गर्मी में घूमने के लिए एक उपयुक्त स्थान है। यदि आप प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफर और पक्षियों की प्रजाति में रूचि रखने वालो में से है तो यह स्थान आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यह देहरादून शहर का चकराता एक ऐसा शहर भी है जहाँ पर सबसे ज्यादा और सबसे पहले बर्फ़बारी होती है बर्फबारी का समय नए साल के पहले सप्ताह में ही होना शुरू हो जाता है चकराता आते समय आपको पहाड़ो पर छोटे छोटे लकड़ी के व् मिटटी के आज भी पशु पालन देखने को मिलेंगे जहाँ पर बकरी ,खाडू ,बेल,गांय इन पशुओं का पालन किया जाता है यहाँ के लोग ज्यादातर पशुओं ,खेती पर ही निर्भर रहते है चकराता समुद्र तल से लगभग 2118 मीटर (7000 फटी ) की ऊंचाई पर स्थित है इसलिए गर्मी के यहाँ आपको सुहाना और ठंडा मौसम ही देखने को मिलेगा
इस स्थान से आप बहुत सारी जगहों में घूम सकते हो जैसे टाइगर फॉल- घूमने जा सकते हो प्रकृति के विहंगम नजारो के साथ जो आपको थकान का महसूस ही नहीं होने देंगे , मोइला टॉप एक एक बुगियाल है जो चकराता से मात्र 19 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यह पर आपको चारो तरफ देवदार के पेड़ और ऊँचे ऊँचे पहाड़ दिखाई देंगे जो आपको मंत्रमुग्द कर देंगे यहाँ पर आपको बारी काफी देखने को मिलती है जनवरी और फरवरी के माह में, चिरमिरी टॉप यहाँ भी आपको हरा भरा खुला मैदान इसको सूर्यास्त (सनसेट) और सूर्येउदय (सनराइज) व्यू पॉइंट भी कहा जाता है और भी यहाँ की अन्य जगहों को घूम सकते है आप चकराता को चकराता हिल स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है यहाँ के लोगो का रीती रिवाज आपको अलग ही देखने को मिलेगा
जो इनका कई सालो से ऐसी चलता आ रहा है यहाँ के लोग शहरो की भीड़ भाड़ से दूर रहना भी पसंद करते है यहाँ पर आकर आपको एक अलग ही शांति महसूस होगी क्योंकि यहाँ पर फर्क सिर्फ इतना सा है शहर में आपको वाहनों व लोगो की आवाज सुनाई देगी यहाँ पर पक्षियों चहचाने की आवाज ,ठंडी हवा पेड़ो की सनसनाहट सुनाई देगी और पर्यटक यहाँ पर बार बार आना इसलिए भी पसंद करते है इस जगह पर सबसे अच्छा मौसम मार्च से जून रहता है लेकिन अगर आपको चारो और हरियाली ही हरियाली देखनी है तो अगस्त सितम्बर में आ सकते हो थोड़ा सावधानी पूर्वक ही आये इन महीनो में देहरादून से लगभग 98 किलोमीटर दूर यह शहर स्थित व् देहरादून जॉलीग्रांट एयर पोर्ट से 113 किलोमीटर दूर स्थित और रेलवे स्टेशन से 90 किलोमीटर पर स्थित है यहाँ पर आने के लिए आपको इन तीनो जगहों से कार, टैक्सी अन्य वाहन की सुविधा भी आसानी से मिल जाएगी