हेमकुंड साहिब
जानकारी
सिक्खो के दसवे गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को समर्पित, श्री हेमकुंड साहिब जी उत्तराखण्ड के चमोली जिले में स्थित है। इस गुरूद्वारे की मान्यता सिख धर्म के लोगो में काफी मानी जाती है, जिसके चलते देश और विदेश से हर साल लाखो की संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने आते है। चार हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पवित्र स्थल, हेमकुंड झील की किनारे पर स्थित है, जो की हिमगंगा की उद्गमी स्थल भी है।संस्कृत के दो शब्द हेम (जिसका अर्थ है बर्फ) और कुंड (जिसका अर्थ है ... Read More
यहां कैसे पहुंचे
सिक्खो का पवित्र स्थल कहे जाने वाले हेमकुंड साहिब जी उत्तराखण्ड के चमोली जिले में स्थित है। इस पवित्र स्थल की दूरी देहरादून से लगभग 310 किमी की है, जिसे श्रद्धालु सड़क मार्ग से पूरा कर सकते है। यात्रा के लिए बस, कार, तथा टैक्सी की सुविधा देहरादून के बस और टैक्सी स्टैंड में उपलब्ध है। यात्रियों को बस, कार की सेवा केवल गोविंदघाट तक ही प्राप्त होगी, उससे आगे का सफर यात्रियों को पैदल चलकर पूरा करना है। गोविंदघाट से घांघरिया तक का 14 किमी सफर फिर उसके पश्चात 5 किमी का सफर हेमकुंड साहिब तक तय करना होगा इस स्थान के निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार में लगभग 297 किमी और हवाई अड्डा देहरादून में लगभग 290 किमी की दूरी पर स्थित है।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय
सर्दियों में अत्यधिक बर्फ़बारी के चलते, हेमकुंड साहिब जी के द्वार साल में लगभग छह महीनो के लिए ही खुले रहते है। मई माह से शुरू होने वाली यह पवित्र यात्रा अक्टूबर या नवंबर माह तक चलती है। छह माह तक खुले रहने वाले इस धार्मिक स्थल में आने का सबसे उपयुक्त समय मई से जून और सितम्बर से अक्टूबर का माना जाता है। हालाँकि यात्रा के समय श्रद्धालु का आना जाना लगा रहता है लेकिन अन्य दिवस उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है विशेषकर बरसात के दौरान। इसलिए यात्रियों को यह सलाह दी जाती है की बरसात के समय इस स्थान पार ना आने के सलाह दी जाती है।
समुद्र तल से ऊँचाई
समुद्र तल से इस स्थान की ऊँचाई लगभग 4,329 मीटर (14,202 फ़ीट) है।