सैन्य धाम
जानकारी
शहीद वीर जवानो की याद में उत्तराखंड के देहरादून में देश के पहले सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। भारतीय सेना अकादमी (आईएमए) के बाद यह सैन्य धाम भारतीय सैनिको को समर्पित दूसरा प्रमुख स्थल है, जहाँ आईएमए भारीतय सेना को जाबांज सिपाही प्रदान करता है तो वहीँ यह सैन्य धाम उन जाबांजो की शौर्य की गाथा को प्रस्तुत करता है। यह केवल एक स्थल नहीं है बल्कि एक श्रद्धांजलि है उन सभी वीर जवानो को, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है। यह स्थल विशेष है सभी भारतीय नागरिको के लिए विशेषकर उन परिवारों के लिए जिन्होंने अपने प्रिय जनो को देश के लिए समर्पित कर दिया।
मसूरी की तलहटी पर निर्मित यह सैन्य धाम चारो और खूबसूरती से घिरा हुआ है। इसके निर्माण में छोटी-बड़ी प्रत्येक वस्तु का विशेष ध्यान रखा गया है जो सरकार की भारतीय सेना और शहीद जवानो के प्रति सम्मान को दर्शाती है।
उत्तराखंड का पांचवा धाम
उत्तराखंड के भव्य सैन्य धाम में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले देश के 1734 वीर जवानो की स्मृति स्वरुप उनके नाम उकेरे गए है। इतना ही नहीं इस धाम में उन सभी वीर जवानो के आंगन से मिट्टी एकत्रित करके यहाँ रखी गई है। इसके परिसर के मध्य में आपको हमेशा प्रज्वलित "अमर जवान ज्योति" का स्तंभ भी देखने को मिलता है। देश की 28 पवित्र नदियों से जल लाकर इस स्तंभ के मध्य में रखा गया है, जो इसकी महत्ता को और अधिक बढ़ाने का काम करता है। करीब 4 हेक्टेयर में फैले इस धाम को, धार्मिक चार धाम स्थलों के बाद, उत्तराखंड का पांचवा धाम भी कहा जाता है।
नोट: अभी सैन्य धाम की निर्माण प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है, जिसके पूरा होता है इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
सैन्य धाम के प्रमुख आकर्षण
उत्तराखंड का सैन्य धाम देहरादून आईएसबीटी से 21 किमी दूर गुनियाला गांव में स्थित है। यहाँ आपको वीरगति को प्राप्त हुए सैनिको के नाम के अतिरिक्त एक संग्राहलय भी देखने को मिलेगा, जहाँ जवानो के शौर्य से जुडी अनेको कहानियाँ और उनसे जुड़े कुछ स्मृति चिन्ह भी देखने को मिलेंगे। इसके अलावा इसके प्रांगढ़ में आपको 120 फ़ीट ऊँचा भारतीय तिरंगा लहराता हुआ दिखाई देगा, जिसे इन वीर जवानो ने दुश्मनो के आगे कभी भी झुकने नहीं दिया। परिसर में आपको सेना के टैंक, लड़ाकू विमान और सेना में उपयोग किए जाने वाले अश्त्र सशत्र देखने को मिलेंगे।
प्रथम सीडीएस -जनरल बिपिन रावत
सैन्य धाम के परिसर के मध्य में आपको भारत के प्रथम चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ (सीडीएस) और पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत जी की मूर्ति भी देखने को मिलेगी। इसके साथ ही सैन्य धाम का मुख्य द्वार भी इन्ही को समर्पित है।
नाथुला और 1962 युद्ध के जाबांज
देहरादून स्थित सैन्य धाम में वैसे तो कई वीर जाबांजो के शौर्य की गाथा हमें देखने को मिलेगी लेकिन इसके विपरीत आपको यहाँ दो ऐसे वीर जवानो के बारे में भी जानने को मिलेगा जिनका लोहा दुश्मन भी मानते है। इनमे से पहले है वीरगति को प्राप्त कैप्टेन बाबा हरभजन सिंह जी और दूसरे है 1962 युद्ध के नायक बाबा जसवंत सिंह जी, जिनके नाम पर देहरादून के गढ़ी कैंट में एक मैदान भी समर्पित है। ऐसा बताते है की बाबा हरभजन सिंह जी शहीद होने के बाद भी अपनी ड्यूटी करते है जिसके कई आश्चर्यजनक उदहारण देखने को मिले है।
कुल मिलकर सैन्य धाम भारत के वीर जवानो के शौर्य की गाथा को दर्शाता है, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इसके अतिरिक्त यह देश के प्रति उनके प्रेम और समर्पण को भी दिखाता है, जो न केवल हमें प्रेरणा देता है बल्कि देश के लिए कुछ अच्छा करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
प्रवेश शुल्क
सैन्य धाम के निर्मण की प्रक्रिया अंतिम चरणों में होने के चलते यह अभी आंगतुकों के लिए खोला नहीं गया है। इसके चलते यह बता पाना अभी मुश्किल है की इसमें प्रवेश हेतु आंगतुकों से शुल्क लिया जाएगा या नहीं और न ही ऐसी कोई सूचना अभी जारी की गई है। हालाँकि ऐसी उम्मीद है की इसके रखरखाव हेतु आंगुतकों के लिए शुल्क निर्धारित किया जाएगा।
नजदीकी आकर्षण
देहरादून के गुनियाला गांव में स्थित सैन्य धाम विभिन्न प्रमुख स्थानों से घिरा हुआ है, जैसे: -
यहां कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग से: - देहरादून आईएसबीटी से सैन्य धाम की दूरी करीब 21 किमी की है। यहाँ आप स्थानीय परिवहन सेवा का उपयोग करके आ सकते है, जिसकी सुविधा आपको देहरादून के प्रमुख मार्ग से आसानी से उपलब्ध हो जाती है। मुख्य मार्ग से सैन्य धाम लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित है जिसके चलते आपको ऑटो,ओला, उबेर, रैपिडो से आने की सलाह दी जाती है।
रेल मार्ग से: - इसके निकटतम रेलवे मार्ग देहरादून रेलवे स्टेशन है जो यहाँ से 14 किमी की दूरी है पर। स्टेशन से सैन्य धाम आने के लिए यात्री सिटी बस, टैक्सी, ऑटो या ऑनलाइन माध्यम से टैक्सी बुक करके आ सकते है। यह स्टेशन दिल्ली सहित अन्य प्रमुख रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है।
हवाई मार्ग से: - निकटतम एयरपोर्ट देहरादून स्थित जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है, जो लगभग 41 किमी की दूरी पर है। देश के मुख्य शहरो से यह एयरपोर्ट सीधी हवाई सेवा से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से सैन्य धाम का सफर आप यहाँ उपलब्ध टैक्सी के द्वारा तय कर सकते है।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम
राजपुर रोड स्थित सैन्य धाम में आप में वर्ष में लाभ भी आ सकते है।
समुद्र तल से ऊँचाई
समुद्र तल से सैन्य धाम लगभग 450 मीटर लगभग 1,480 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है।