तप्त कुंड

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Tapt Kund
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जानकारी

प्रकृति का अद्भुद दृस्य जो किसी चमत्कार से कम नहीं है जहाँ पर चारो और हिमालये के बर्फीले पर्वत और उन्ही बर्फीले पर्वतो के बीच घिरा तप्त कुंड एक गर्म पानी का छोटा झरना है जो 'गरूर शिला' से गर्म पानी निकालता है। तप्त कुंड बद्रीनाथ मंदिर और अलकनंदा नदी के बीच स्थित है, जिसका पानी 'गरूर शिला' से निकलता है। आमतौर पर, बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन करने से पहले, श्रद्धालु इस गर्म पानी में पवित्र स्नान करते है। अमूमन इस तप्त कुंड के पानी का तापमान 45 डिग्री के आसपास रहता है लेकिन स्नान करते समय आपको इसके तापमान का अहसास नहीं होगा ऐसा लगेगा आपको आप गुनगुने पानी में स्नान कर रहे

हो जब कपाट खुलते है तो हर दिन यहाँ हज़ारो की तागाद में श्रद्धालु स्नान करते स्नान के बाद आपको यहाँ के लिए एक सकारात्मकता ऊर्जा का महसूस होगापौराणिक कथाओं के अनुसार यह मान्यता है की इस तप्त कुंड से गर्म पानी इसलिए निकलता है क्योंकि इसमें अग्नि देव का वास है। इसके विपरीत, यह भी माना जाता है की, तप्त कुंड मे स्नान करने से व्यक्ति शुद्ध हो जाता है और लोगो की यह भी मान्यता है जो भी श्रद्धालु के शरीर पर किसी भी प्रकर की बिमारी जैसे (चरम रोग,एक्सिमा अन्य) होती है वह ठीक हो जाती है। इसी के साथ आपको ठीक इसके निचे की तरफ आपको अलकनंदा के दर्शन करने को मिलेंगे और बद्री विशाल के दर्शन जिसको मोक्ष का भी द्वार कहा जाता है,यह कुंड पाण्डवकालीन भी बताया जाता है जिस कारण इस कुंड को हिन्दूओ का सबसे पवित्र भी

कहा जाता हैतप्त कुंड में आपको दो अलग अलग स्नान करने हेतु कुंड बनाये गए है जिसमे पुरुष के लिए अलग और महिलाओं के लिए अलग कुंड की व्यवस्ता की गई है जिससे श्रद्धालुओ के लिए किसी भी प्रकार की समस्या न हो यहाँ आने से पहले अपने साथ गर्म कपडे व रेनकोट अवस्य रखे क्योंकि यहाँ का मौसम बहुत जल्दी परिवर्तित होता है रुकने के लिए आपको यहाँ होमस्टे की सुविधा भी मिल जाएगी बद्रीनाथ मंदिर के साथ ही यह कुंड भी खुलता है यहाँ पर और भी जगह घूम सकते है जैसे माणा ,सरस्वती नदी ,व्यास गुफा ,भीमपूल आदि जगह घूमने को मिल जाएगी यह कुंड 12,000 फिट की ऊंचाई पर स्थित है समुद्र तल की और यहाँ पर आप घूमने के लिए मई से नवंबर के बिच कभी भी आ सकते हो अगस्त दौरान थोड़ा सावधानी बरतनी पड सकती है शर्द्धालुओं को इस पवित्र

कुंड में आने के लिए आपको पहले ऋषिकेश ,देहरादून,हरिद्वार आना पड़ेगा आप अगर ट्रेन के जरिए आना चाहते है हो तो आपको देहरादून के लखीबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंचना पड़ेगा,हरिद्वार के रेलवे स्टेशन से भी आ सकते हो या आप हवाई जहाज के माध्यम से आना चाहते हो जॉलीग्रांट एयर पोर्ट पर आना पड़ेगा इन तीनो जगहों से आपको जाने के लिए कार टैक्सी अन्य वाहनों की सुविधा मिल जाएगी आगे से अगर आपो हेलीपेड से जाना है शिरसी,फटा से जा सकते हो आप सीधा कार से यात्रा कर सकते हो रास्ते में आपको कई सारे ढाबे रेस्ट्रोरेंट भी मिल जायेंगे खाने के लिए

भीतर आस-पास के स्थान किमी त्रिज्या

बद्रीनाथ

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0.78 किमी

माणा

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5.18 किमी

कल्पेश्वर मंदिर

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योगध्यान बद्री

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गोविंदघाट

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8.22 किमी

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