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तप्त कुंड

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जानकारी

उत्तराखंड अपने कई महत्वपूर्ण स्थानों के लिए जाना जाता है, उन्ही में से एक है बद्रीनाथ धाम स्थित तप्त कुंड। अलकनंदा नदी किनारे और बद्रीनाथ मंदिर के निकट स्थित इस तप्त कुंड की अपनी एक महत्ता है। अपने नाम के अनुरूप इस कुंड से हमेशा गर्म पानी बहता रहता है। 10,000 फ़ीट से अधिक की ऊंचाई और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के बीच स्थित इस कुंड से गर्म पानी की धारा निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। ऐसा बताते है कुंड से गर्म पानी की जल धारा गरुड़ शिला से निकलती है, जिसे अग्नि देव का निवास स्थान बताया जाता है।
 

कुंड की महत्ता के चलते मंदिर में प्रवेश से पूर्व सभी श्रद्धालु इस कुंड में स्नान करते है। हालाँकि कुंड में स्नान करना आसान नहीं है क्यूंकि इसका तापमान 45 डिग्री तक होता है। लेकिन वो कहते है भक्ति में ही शक्ति होती है, छूने से जल जाने सा प्रतीति करवाने वाले इस कुंड में प्रवेश करते ही इसके तापमान समान्य लगता है।
 

तप्त कुंड - बद्रीनाथ

बद्रीनाथ धाम के मुख्य द्वार से लगभग 50 मीटर की दूरी पर स्थित, तप्त कुंड उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। दो शब्द से बना तप्त कुंड एक संस्कृत शब्द है, जिसमे तप्त का अर्थ होता है "गर्म" और कुंड का मतलब "पानी का तालाब"। पानी का यह गर्म कुंड बद्रीनाथ आए भक्तो के लिए अत्यधिक महत्व रखता है। सभी श्रद्धालु इस कुंड में स्नान करके ही मंदिर में प्रवेश करते है। खुले आसमान के नीचे स्थित इस कुंड में अक्सर पुरुष और बच्चे ही नहाते नजर आते है। महिलाओ के लिए इसके निकट ही एक अलग से स्नान घर बनाया गया है। अपनी धार्मिक महत्ता के अतिरिक्त इस कुंड का पानी अपने खास तत्त्व के लिए भी पहचाना जाता है। कहते है की इसके पानी में स्नान करने से शरीर में होने वाली बीमारी और आत्मा की शुद्धि होती है।
 

नारद कुंड

तप्त कुंड के नीचे स्थित कुंड की भी अपनी एक मान्यता है, जिसे नारद कुंड के नाम से पहचाना जाता है। तप्त कुंड के समान इस कुंड का पानी भी गर्म रहता है। हालाँकि इस कुंड की पवित्रता के चलते श्रद्धालुओं का नहाना इस कुंड में वर्जित है। कहते है की इस कुंड के निकट नारद मुनी ने कठोर तप किया था, जिसके चलते इस कुंड का नाम नारद कुंड पड़ा। वहीँ शास्त्रों के अनुसार इसी कुंड से अदि शंकराचार्य जी द्वारा बद्री विशाल की मूर्ति को खोजा गया था, जिसे बाद में मंदिर के स्थान पर रखा गया था।
 

ठहरने हेतु सुविधा

बद्रीनाथ धाम में स्थित तप्त कुंड आए श्रद्धालुओं के लिए धाम में रहने हेतु अनेक विकल्प उपलब्ध है। अपनी सुविधा और बजट अनुसार आप बद्रीनाथ में होटल, गेस्ट हाउस, और अन्य बुक कर सकते है। यहाँ आपको 4 स्टार होटल से लेकर आश्रम तक विभिन्न तरह के विकल्प मिल जाते है।
 

यात्रियों के लिए मेहतवपूर्ण सुझाव

तप्त कुंड की पवित्र यात्रा पर निकलने से पहले सभी यात्री कुछ महत्वपूर्ण बातो को अवश्य से ध्यान में रखें, जिससे उन्हें मार्ग में किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े : -

  • भूस्खलन और मार्ग बंद होने के चलते मानसून में यात्रा करने से बचे।
  • आरामदायक सफर के लिए देहरादून, ऋषिकेश या हरिद्वार से टैक्सी बुक करके या स्वयं के वाहन से जाए।
  • धाम के निकट पेड पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
  • होटल की व्यवस्था पहले से कर ले अंतिम समय परेशानी हो सकती है।
  • बस सेवा का लाभ लेने हेतु बस अड्डे पर सुबह जल्दी पहुंचे।
  • अपने साथ जरूरी सामन जैसे कपडे, तौलिया ले जाना ना भूले।
  • महिलाओ के लिए तप्त कुंड के निकट कपडे बदलने की उचित व्यवस्था है।
  • होटल और सुरक्षा जांच हेतु अपने साथ पहचान पत्र अवश्य से रखें।
  • यात्रा के दौरान अपने साथ जरूरी दवा, कैश, और पॉवरबैंक अवश्य रखें।
  • मार्ग में अनावश्यक रूककर खड़े ना हो, विशेषकर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में।

नजदीकी आकर्षण

तप्त कुंड के निकट कई ऐसे आकर्षक और धार्मिक स्थल मौजूद है, जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए, जैसे की : -

यहां कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग से : ऋषिकेश से 286 किमी दूर तप्त कुंड उत्तराखंड के चमोल जिले में स्थित है। यहाँ आप सड़क मार्ग से होते हुए बस, टैक्सी और निजी वाहन के माध्यम से आ सकते है। बस सेवा का लाभ आप देहरादून के पर्वतीय बस अड्डा, ऋषिकेश बस अड्डा या हरिद्वार बस अड्डा से ले सकते है। इसके अतिरिक्त आप टैक्सी सेवा का लाभ लेकर भी आसानी से यहाँ पहुँच सकते है।
 

रेल मार्ग से : इसके निकटतम रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है, जो यहाँ से 286 किमी की दूरी पर स्थित है। स्टेशन से आप टैक्सी सेवा के द्वारा तप्त कुंड पहुँच सकते है। इसके अतिरिक्त आप नजदीकी बस स्टैंड से बस के द्वारा भी जा सकते है।
 

हवाई मार्ग से : इसके नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है, जो यहाँ से 301 किमी की दूरी पर स्थित है। एयरपोर्ट से आपको टैक्सी सेवा आसानी से उपलब्ध हो जाएगी या फिर ऋषिकेश पहुंचकर बस या अन्य माध्यम के द्वारा भी जा सकते है।

यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम

यात्रा के लिए मार्च से जून तथा सितम्बर से अक्टूबर का समय सबसे उत्तम माना जाता है। इस दौरान यात्रियों को मौसम सम्बंधित किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। हलांकि अक्टूबर के दौरान अत्यधिक ठण्ड का सामन अवश्य से करना पड़ सकता है।

समुद्र तल से ऊँचाई

समुद्र तल से तप्त कुंड करीब 3,250 मीटर (10,662 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।

मौसम का पूर्वानुमान

स्थान

निकट के घूमने के स्थान

KM

जानिए यात्रियों का अनुभव