Skip to main content

लोहाखाम ताल

0 Reviews

जानकारी

नैनीताल जिले के अंतर्गत आने वाली लोहाखाम झील अपने अद्भुत और विहंगम नजारो के लिए पहचानी जाती है। नैनीताल अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है और लोहाखाम ताल इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है। हरे भरे जंगल से घिरा लोहाखाम ताल बेहद ही मनोहर है, जिसका शांत वातावरण सभी को अपनी और आकर्षित करता है। नैनीताल स्थित अन्य झीलों की तरह लोहाखाम ताल बड़ी अवश्य ना हो, लेकिन अन्य की तुलना में इसका पानी अत्यधिक साफ और स्वच्छ है। इस झील में नहाने के साथ आप मछली पकड़ने का आनंद ले सकते है।
 

सड़क मार्ग की ऊंचाई से देखने पर झील की सुंदरता देखते ही बनती है, जिससे पर्यटक इसकी तरफ खींचे चले आते है। झील के निकट ही लोहाखाम देवता का मंदिर भी है, जिसमे स्थानीय लोग पूजा पाठ करते है। प्रत्येक वर्ष बैसाखी पूर्णिमा के दिन यहाँ एक मेले का भी आयोजन किया जाता है, जिसमे शामिल होने दूर-दूर से ग्रामीण एवं अन्य पर्यटक आते है।
 

प्रकृति का अद्भुत उदाहरण

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में स्थित नैनीताल भारत के हिल स्टेशन में सबसे प्रसिद्ध है। नैनीताल अक्सर अपनी खूबसूरत झीलों के लिए पहचाना जाता है, विशेषकर नैनी झील, भीमताल झील, खुर्पाताल, नौकुचियाताल और सातताल। यह सभी झील अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है, जिसे देखने पर्यटक दूर-दूर से नैनीताल पधारते है।
 

इन्ही झीलों के मध्य एक है लोहाखाम झील, जो अपनी पहचान और खूबसूरती अन्य झीलों की तरह दर्ज करवाना चाहती है। दो शब्द से उत्पन्न 'लोह' यानि 'लोहा' और खमतल यानि 'बेसिन' से बना है लोहाखाम ताल, जो आस पास के गांव के लोगो की प्यास बुझाने का मुख्य श्रोत माना जाता है। इसकी खूबसूरती और सुंदरता अन्य झीलों के समान ही है, जिसे देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाएगा।
 

समुद्र तल से 1,700 मीटर की अधिक ऊंचाई पर स्थित लोहाखाम ताल ओखलकांडा विकास खंड के अंतर्गत आने वाले हरीश गांव में है। हरीश गांव में स्थित हरीश ताल से लगभग 3 किमी दूर यहा झील सौंदर्यता की धनी है, जिसके चारो और की हरियाली और शांत वातावरण विशेष अनुभव प्रदान करता है। किसी भी व्यक्ति के लिए यह झील छुपे हुए खजाने से कम नहीं है, जो उन्हें एक अविस्मरणय यादे प्रदान करता है।
 

लोहाखाम ताल ट्रेक

लोखम ताल में पर्यटक सड़क मार्ग के साथ ट्रेक के माध्यम से भी आ सकते है। अधिक प्रसिद्ध ना होने के चलते इस ट्रेक पर अक्सर लोग काम दिखाई देते है। हालाँकि इसके ट्रेक के दौरान दिखाई देने वाले सुन्दर और बेहतरीन नज़ारे आपको मोहित अवश्य कर देंगे। डोबा गांव से शुरू होने वाला यह ट्रेक लगभग चार किमी का है, जो हरे भरे जंगल से घिरा हुआ।
 

इसके मध्यम कठिनाई वाले रास्ते पर चलकर आपको थोड़ी परेशनी जरूर होगी लेकिन मन मोह लेने वाले नज़ारे देखकर आप प्रफुल्लित भी हो उठेंगे। ट्रेक मार्ग दर्शाने के लिए किसी भी तरह का साइन बोर्ड आपको नजर नहीं आएगा इसके लिए आपको गांव के व्यक्तियों पर ही निर्भर रहना होगा। छोटे और थका देने वाले सफर के साथ आप आ पहुंचते है लोहाखाम लेक पर, जिसकी खूबसूरत आपकी पूरी थकावट को पल भर में दूर कर देगी।
 

करने योग्य प्रमुख गतिविधियाँ

लोहाखाम ताल प्रकृति की सुंदरता का एक अद्भुत उदाहरण है, जहाँ आप कई निम्नलिखित गतिविधियों में शामिल होकर इसका मजा ले सकते है : -

ट्रैकिंगवैसे तो लोहाखाम ताल तक आप गाडी की सहायता से आ सकते है, जिसमे आपको कुछ मार्ग ही पैदल चलना होगा। लेकिन कुछ पर्यटक यहाँ ट्रैकिंग करके भी आ सकते है। ट्रैकिंग की दौरान आपको कुछ ऐसे नज़ारे दिखाई देंगे जो आपक मत्रमुग्ध कर देंगे।
फोटोग्राफीलोहाखाम ताल का प्रत्येक के नज़ारे विशेषकर सुबह और श्याम के आपको अभिभूत कर देंगे, जिसे प्रत्येक व्यक्ति अपने कैमरे में कैद जरूर करना चाहेगा। यह एक उत्तम स्थान है उन सभी के लिए जो फोटोग्राफी का शौक रखते है और प्रकृति को अपने कैमरे की सहायता से दुनिया के सामने पेश करते है।
कैंपिंगयदि आप कैंपिंग का शौक रखते है और प्रकृति की गोद में रहकर कुछ पल उसे करीब से निहारना और महसूस करने का इससे उचित स्थान शायद ही कोई हो।
फिशिंगझील के किनारे यहाँ के शांत वातावरण में बैठकर आप फिशिंग का भी आनंद ले सकते है।

प्रवेश शुल्क

लोहाखाम झील में प्रवेश के लिए यात्रियों से किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है। 
 

ठहरने की व्यवस्था

मुख्य शहर से दूर लोहाखाम झील अभी व्यवसायीकरण से दूर है, जहाँ यात्रियों के ठहरने सम्बंधित किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। प्रकृति की सौंदर्यता देखने आए कुछ पर्यटक अक्सर यहाँ स्वयं का टेंट लगाकर कैंपिंग का आनंद लेते है।
 

यात्रा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  • परिवहन सेवा उपलब्ध ना होने के चलते यात्री अपने स्वयं के वाहन से यात्रा करे, विशेषकर बाइक या कार से।
  • बरसात के दौरान यात्रा करने से बचे, उस दौरान मार्ग में भूस्खलन और मार्ग अवरुद्ध जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • स्थान पर दुकाने न होने के चलते, अपने साथ खाने पीने की जरूरी सामान अवश्य रखे।
  • यदि ट्रैकिंग या कैंपिंग करने का विचार बना रहे है तो अपने साथ सभी सामान लेकर चले।
  • अपनी गाडी में आवश्यक टूल को जरूर साथ लेकर चले, जो आपातकालीन स्थति में काम आ सके।
  • स्थान के निकट किसी भी प्रकार की ठहरने की व्यवस्था नहीं है, यदि रात में रुकने का विहार बना रहे है तो अपने साथ टेंट साथ लेकर चले।
  • मार्ग में पेट्रोल पंप और एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
  • आवश्यकतानुसार कुछ रूपए कैश लेकर चले।
  • ट्रेक के लिए ट्रेकिंग शूज और अन्य जरूरी सामान साथ रखे।
  • पीने के लिए जरूरी मात्रा में पानी साथ रखे।
  • झील में नहाने के लिए साबुन या शैम्पू का उपयोग ना करे।
  • नहाने के लिए अपने साथ टॉवल और कपडे साथ रखे, स्थान पर कपडे बदलने हेतु कोई व्यवथा नहीं है। 
     

निकटतम आकर्षण

लोखम ताल के साथ पर्यटक इसके निकटतम अन्य प्रमुख स्थानों का भी मजा ले सकते है : - 
 

  • हरीश ताल।
  • नैनीताल।
  • सातताल।
  • भीमताल।
  • मुक्तेश्वर। 
     

यहां कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग से : काठगोदाम से 66 किमी दूर लोहाखाम ताल सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ, जहाँ पर्यटक कार या बाइक के माध्यम से पहुँच सकते है। सड़क मार्ग कई स्थानों पर कच्चा एवं टूटा हुआ है जिसके चलते यात्रा में परेशानी हो सकती है। स्थान तक पहुंचने के लिए काठगोदाम या नैनीताल से सीधे तौर पर सार्वजानिक वाहन की सेवा उपलब्ध नहीं है। अतः यात्री टैक्सी या स्वयं की गाडी लेकर ही सफर करे। 
 

रेल मार्ग से : इसके निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में स्थित है, जो देश के मुख्य स्थानों को रेल मार्ग से जोड़ता है। स्टेशन से यात्रियों को टैक्सी की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। इसके अतिरिक्त यात्री नैनीताल पहुंचकर भी टैक्सी की सेवा का लाभ ले सकते है। 
 

हवाई मार्ग से : इसके निकटतम हवाई अड्डा उधम सिंह नगर के पंतनगर में स्थित है, जो काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 35 किमी की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से यात्री टैक्सी की सेवा ले सकते है या नैनीताल एवं हल्द्वानी पहुंचकर टैक्सी बुक कर सकते है।

यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम

शहर से दूर स्थित इस स्थान पर आने का सबसे उत्तम समय गर्मी और बरसात के बाद का माना जाता है। इसके अतिरिक्त बैसाख पूर्णिमा के दिन लगने वाला मेला भी पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है। मार्ग की स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते बरसात के दौरान यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

समुद्र तल से ऊँचाई

लोखम ताल समुद्र तल से लगभग 1,700 मीटर लगभग 5,500 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है।

मौसम का पूर्वानुमान

स्थान

निकट के घूमने के स्थान

KM

जानिए यात्रियों का अनुभव