कसार देवी मंदिर

जानकारी
वैसे तो उत्तराखंड अपने कई धार्मिक स्थलों के लिए पहचाना जाता है लेकिन कुमाऊं के अल्मोड़ा जिले में स्थित कसार देवी का मंदिर कुछ विशेष है। माता दुर्गा को समर्पित 108 शक्ति पीठो में से एक इस मंदिर को बेहद ही शक्तिशाली माना जाता है। पृथ्वी के वान एलेन बेल्ट पर मौजूद यह मंदिर दुर्लभ चुम्बकीय ऊर्जा ऊर्जा का श्रोत है, जो अध्यात्म के एक मुख्य केंद्र भी है। मंदिर के चारो और फैली हरियाली और शांति लोगो को काफी आकर्षित करती है। मंदिर में प्रवेश करने पर आपको एक अलग ही प्रकार की अनुभूति होती है, जो इसे अन्य धार्मिक स्थल से अलग बनाती है। अपनी धार्मिक और चुम्बकीय प्रभाव के चलते देश विदेश से हजारो की संख्या में श्रद्धालु यहाँ हर वर्ष पधारते है।
वार्षिक मेला
कसार देवी का मंदिर अल्मोड़ा से 8 किमी दूर कसार देवी गांव में स्थित है, जिसका निर्माण द्वितीय शताब्दी में हुआ है। चारो तरफ ऊँचे देवदार और चीड़ के पेड़ो से घिरा मंदिर बेहद ही खूबसूरत दिखाई देता है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन मंदिर में एक वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमे काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते है। मुख्य मार्ग से मंदिर दस से पंद्रह मिनट की दूरी पर स्थित है, जहाँ आपको चल कर जाना होता है।
अखंड ज्योत
कसार देवी मंदिर दो भागो में बंटा हुआ है, पहला भाग माता दुर्गा को समर्पित है, जहाँ उनकी मूर्ति स्थापित है, वहीं दूसरा भाग भगवान शिव को समर्पित है, जहाँ पर आपको भगवान भैरव की भी मूर्ति देखने को मिलती है। मंदिर का यह दूसरा भाग दुर्गा देवी के मंदिर से 50 कदम की दूरी पर है, जिसके मुख्य भाग में शिवलिंग और बाहर नंदी विराजमान है। कहते है की माता दुर्गा के निकट प्रज्वलित अखंड ज्योत वर्षो से दिन रात जलती आ रही है। मंदिर में स्थित दुर्गा माता की मूर्ति के पीछे पत्थर पर शेर की छवि जैसी दिखती है।
ब्रह्मांडीय ऊर्जा
अल्मोड़ा का कसार देवी मंदिर अपनी धार्मिक पहचान के अतिरिक्त अपनी भूगोलीय स्थान के लिए भी प्रसिद्ध है। यह विश्व का तीसरा ऐसा स्थान जो अपनी मजबूत चुम्बकीय आकर्षण के लिए पहचाना जाता है, जिसकी जाँच अमेरिका की नासा द्वारा की गई है। कसार देवी मंदिर के अतिरिक्त पेरू का माचा पिचू और इंग्लैंड का स्टोनहेंज ही इस भूगोलीय गतिविधि के लिए पहचाने जाते है। वर्ष 1890 में जब स्वामी विवेकानंद जी यहाँ आये थे तो उन्होंने मंदिर के निकट एक गुफा में कुछ वक्त तक ध्यान किया था। ध्यान के दौरान उन्हें एक विशेष ऊर्जा का एहसास हुआ, जिसकी जानकारी उन्होंने अपने डायरी में भी साझा की थी। इसके बाद से कई मशहूर हस्ती इस ऊर्जा को अनुभव करने इस मंदिर में आ चुके है जिसके चलते इस मंदिर को और अधिक पहचान मिली है।
क्रैंक्स रिज कसार देवी
कसार देवी क्रैंक्स रिज जिसको हिप्पी हिल के नाम से भी जाना जाता है मंदिर के निकट बेहद ही आकर्षक स्थल है। इस स्थान पर कई मशहूर हस्तिया आ चुकी है जिनमे मशहूर अमेरिकी गायक बॉब डिलन और अदाकारा उमा थुरमन भी शामिल है। इन सभी हस्तियों ने इस स्थान पर आने के बाद अध्यात्म की शक्ति को महसूस किया, चलते इस स्थान को धीरे धीरे पहचान मिलने लगी। यहाँ से पूरे अल्मोड़ा के साथ हवल बाग की घाटी, बदरपुंछ चोटी के साथ हिमलाय की पहाड़ी दिखाई देती है। इतना ही नहीं यहाँ से आप मन को मोह लेने वाले सूर्यास्त के नज़ारे भी देख सकते है।
मंदिर खुलने और बंद होने का समय
कसार देवी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक खुला रहता है।
पार्किंग शुल्क
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट ही श्रद्धालु अपनी गाड़ी को निशुल्क पार्क कर सकते है।
ठहरने हेतु सुविधा
- मंदिर के निकट रात्रि विश्राम हेतु श्रद्धालुओं को कई विकल्प मिल जाएंगे, जिनमे से कुछ प्रमुख विकल्प इस प्रकार से है: -
- रुद्र हिमालयन रिट्रीट।
- द कसार हिमालयन हाइट्स।
- इंपीरियल हाइट बिनसर।
- द हॉस्टलर कसार देवी।
- ब्लूम होम स्टे।
यात्रियों के लिए विशेष सुझाव
- अल्मोड़ा के लिए सीधी बस सेवा यात्रियों को देहरादून, दिल्ली, और चंडीगढ़ जैसे मुख्य स्थानों से प्राप्त होगी।
- अल्मोड़ा बस स्टैंड से मंदिर साझा टैक्सी के द्वारा आ सकते है।
- मंदिर के निकट ठहरने की सुविधा पहले से बुक करे ले।
- मंदिर के निकट वाहन हेतु निशुल्क पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
- शाम के समय मंदिर से सूर्यास्त का मनोरम नजारा अवश्य से देखे।
- मानसून के दौरान यात्रा करने से बचे।
नजदीकी आकर्षण
- आप कसार देवी के निकट अन्य प्रसिद्ध स्थलों पर भी जा सकते है; जैसे की: -
- श्री सारदा मठ (200 मीटर)
- नंदा देवी मंदिर (7 किमी दूर)
- चितई गोलू देवता मंदिर। (9 किमी दूर)
- बिनसर वन्यजीव अभयारण्य (38 किमी दूर)
- जागेश्वर धाम (36 किमी दूर)
- कटारमल सूर्य मंदिर (24 किमी दूर)
- दंडेश्वर मंदिर (34 किमी दूर)
यहां कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग से : - अल्मोड़ा में स्थित कसार देवी मंदिर में आप सड़क मार्ग से पहुँच सकते है। यहाँ आप बस या टैक्सी के माध्यम से पहुँच सकते है जिसकी सेवा आपको दिल्ली, देहरादून, और चंडीगढ़ जैसे मुख्य शहरो से आसानी उपलब्ध हो जाती है। मंदिर अल्मोड़ा से केवल 9 किमी की दूरी पर स्थित है, जहाँ आप साझा टैक्सी के द्वारा पहुँच सकते है।
रेल मार्ग से : - इसके निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है, जिसकी दूरी मंदिर से 94 किमी की है। स्टेशन से आप टैक्सी और बस के द्वारा मंदिर पहुँच सकते है।
हवाई मार्ग से : - इसके निकटतम एयरपोर्ट पंतनगर एयरपोर्ट है, जो मंदिर से 127 किमी की है। एयरपोर्ट से यात्री टैक्सी या निकटतम बस अड्डे से बस द्वारा मंदिर पहुँच सकते है।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम
अल्मोड़ा स्थित कसार देवी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए वर्षभर खुला रहता है। लेकिन यहाँ आने का सबसे उत्तम समय सितम्बर से जून का मन जाता है। मंदिर से सुबह और शाम के समय चारो तरफ का नजारा बेहद ही सुन्दर नजर आता है।
समुद्र तल से ऊँचाई
कसार मंदिर समुद्र तल से लगभग 2,116 मीटर (6,943 फ़ीट) की ऊंचाई पर स्थित है।