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हर्षिल

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जानकारी

हर्षिल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक बेहद ही शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन में से एक है। भागीरथी नदी के निकट स्थित हर्षिल अपनी विहंगम खूबसूरती के साथ दूर तक फैले सेब के बागानों के लिए भी पहचाना जाता है। इसकी नैसर्गिक सुंदरता पर्यटकों को दूर-दूर से आकर्षित करती है। इसकी सुंदरता के कायल आम व्यक्ति ही नहीं बल्कि बॉलीवुड के मशहूर अदाकार राज कपूर भी थे। वह इसके सौंदर्य में इतनी मोहित हो चुके थे की उन्होंने चर्चित फिल्म राम तेरी गंगा मैली के कुछ दृश्य भी यहाँ फिलमाए थे। समुद्र तल से 9,000 फ़ीट को ऊंचाई पर स्थित हर्षिल पर अत्यधिक मात्रा में बर्फ पड़ती है, जिसके चलते बर्फ़बारी के शौकीन कई व्यक्ति यहाँ शीतकाल के दौरान छुट्टिया बिताने यहाँ आते है। बर्फ की चादर से ढकने के बाद हर्षिल किसी जन्नत से कम नहीं लगता।

अनोखा आकर्षण

उत्तराखंड राज्य वैसे तो अपने कई हिल स्टेशन के लिए पहचाना जाता है जिनमे मसूरी, नैनीताल, चकराता, कौसानी और औली प्रमुख है। लेकिन हर्षिल अपनी कौतुहल कर देने वाली सुंदरता के लिए पर्यटकों के मध्य अधिक लोकप्रिय है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता, यहाँ से दिखने वाले मनमोहक नज़ारे, बर्फ़बारी, सेब के बागान और गांव इसके मुख्य आकर्षणों में से है। ऋषिकेश से 237 किमी की दूरी पर स्थित हर्षिल में आप सड़क मार्ग से बस या टैक्सी के द्वारा आ सकते है। हर्षिल की सुंदरता यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ यहाँ के गावो में अत्यधिक बस्ती है। यहाँ के के बगोरी, धराली, मुखबा, और पुराली गांव अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास को समेटे हुए है।

इतिहास और पौराणिक कथाए

ऐसा बताया जाता है की एक बार भागीरथी और जालंधरी नदी के बीच प्रतिष्ठा को लेकर द्वन्द शुरू हुआ की कौन अधिक महत्व रखता है। इस द्वन्द के चलते दोनों ही नदियों का वेग बेहद ही तेज हो गया, जिससे स्थानीय क्षेत्रों में हाहाकार मच गया। इससे बचने के लिए स्थानीय लोगो ने भगवान विष्णु से मदद की गुहार लगाई, जिससे स्थिति सामान्य हो सके। उनकी प्राथना की स्वीकार करते हुए भगवान विष्णु ने एक शिला का रूप धारण कर लिया और दोनों नदियों के संगम स्थल के मध्य स्थापित हो गए। शिला में तब्दील भगवान विष्णु द्वारा दोनों ही नदियों के भयावह वेग रुपी गुस्से का अपने भीतर समा लिया जिसके चलते दोनों नदियों का बहाव अपने आप ही शांत हो गया। इस घटना के बाद से ही इस पत्थर को "हरी शिला" और "हर्षिल" के नाम से पहचाना जाने लगा जो इस स्थान की शांति और समृद्धि के रूप में पहचाना जाने लगा।

मुख्य गतिविधियां

हर्षिल की सुंदरता का मजा आप यहाँ आकर कुछ निम्नलिखित गतिविधियों के माध्यम से भी ले सकते है; जैसे की: -

  • तीर्थ यात्रा: मई और अक्टूबर माह के दौरान हर्षिल आने वाले व्यक्ति गंगोत्री धाम भी जा सकते है। यह मंदिर उत्तराखंड चार धाम यात्रा के दूसरे पड़ाव में से है जो की माँ गंगा को समर्पित है।
  • ट्रैकिंग: - स्थानीय सुंदरता को करीब से निहारने के लिए ट्रैकिंग एक अच्छा माध्यम है। इसके लिए साहसिक व्यक्ति दयारा बुग्याल ट्रेक पर जाकर मन मोह लेने वाले नजारो का लुत्फ़ उठा सकते है।
  • गांव पर्यटन: हर्षिल की सुंदरता यहाँ के गांव में बसी है जो आपको यहाँ की संस्कृति और मेहमानवाजी से रूबरू करवाती है।

निवास की सुविधा

निवास के लिए आपको यह विभिन्न तरह के विकल्प मिल जाएंगे जिन्हे आप अपनी सुविधा अनुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन बुक कर सकते है: -

  • सुंदर होमस्टे
  • होटल राधा मोहन पैलेस
  • हर्षिल हेवन होमस्टे
  • हर्षिल हिल्स होमस्टे
  • होटल मधुबन
  • हिमालयन नेचर रिज़ॉर्ट
  • हर्षिल रिट्रीट
  • ऑर्चर्ड व्यू होमस्टे
  • निर्वासन रिट्रीट
  • नेलोंग होमस्टे

यात्रियों के लिए मत्वपूर्ण सुझाव

  • पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा सीधी न उपलब्ध होने के चलते टैक्सी बुक करने की सलाह दी जाती है।
  • बस सेवा केवल उत्तरकाशी तक उपलब्ध है जिसके आगे का सफर टैक्सी के द्वारा करना होगा।
  • मॉनसू के समय यात्रा करने से बचे क्यूंकि इस दौरान आपको विभिन्न तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • शीतकालीन के दौरान यात्रा करने से पूर्व मौसम और मार्ग की जानकारी अवश्य ले क्यूंकि यहाँ अत्यधिक मात्र में बर्फबारी पड़ती है।
  • अपने निजी वाहन से यात्रा करने पर सभी तरह की आवश्यक उपकरण और सुरक्षा किट जरूर रखे।
  • अपने आवास की बुकिंग पहले से सुनिश्चित कर ले अन्यथा आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • शीतकालीन के दौरान गाडी ध्यान से चलाए क्यूंकि मार्ग में जमा बर्फ से गाडी फिसलने का भी बना रहता है।
  • यात्रा के दौरान अपने पास उचित मात्रा में कॅश रखे क्यूंकि यहाँ एटीएम सीमित संख्या में उपलब्ध है।

नजदीकी आकर्षण

वैसे तो हर्षिल अपने आप में ही एक उम्दा पर्यटक स्थल में से एक है। लेकिन आप चाहे तो इसके नजदीक स्थित अन्य पर्यटक स्थल पर भी घूमने हेतु जा सकते है, जैसे की: -

यहां कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग से: - दिल्ली से हर्षिल लगभग 497 किमी तो वहीं ऋषिकेश से इसकी दूरी 238 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ आप बस, टैक्सी या निजी कैब के द्वारा आ सकते है। आपको बस और साझा टैक्सी की सुविधा ऋषिकेश बस स्टैंड से आसानी से प्राप्त हो जाएगी। इसके अतिरिक्त निजी कैब आप अपने स्थानीय क्षेत्र से बुक करके भी पहुँच सकते है।
 

रेल मार्ग से: - इसके निकटतम रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन हे जो दिल्ली से सीमित संख्या में ट्रैन माध्यम से जुड़ा हुआ है। बेहतर रेल सेवा के लिए आप हरिद्वार रेलवे स्टेशन का भी चयन कर सकते है जो की ऋषिकेश से 25 किमी की दूरी पर है। ऋषिकेश या हरिद्वार से हर्षिल की यात्रा आप सड़क माध्यम से कर सकते है। 
 

हवाई मार्ग से: - निकटतम हवाई अड्डा देहरादून जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो देश के विभिन्न शहरो से सीधी हवाई सेवा प्रदान करता है। एयरपोर्ट से आगे की यात्रा आप सड़क मार्ग से कर सकते है, जिसकी बेहतर सुविधा आपको ऋषिकेश से प्राप्त होंगी। एयरपोर्ट से ऋषिकेश लगभग 16 किमी की दूरी पर है जिसे आप एयरपोर्ट में उपलब्ध टैक्सी के द्वारा पूर्ण कर सकते है।

यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम

साल भर पर्यटकों के लिए खुला रहने वाला हर्षिल में जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मई माह के दौरान आता है। हालंकि शीतकाल के दौरान थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है क्यूंकि अत्यधिक बर्फ़बारी के चलते थोड़ी परेशानी हो सकती है।

समुद्र तल से ऊँचाई

हर्षिल समुद्र तल से 2,745 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो की लगभग 9,005 फ़ीट है।

Nearest Spot Based on Mountain

मौसम का पूर्वानुमान

स्थान

निकट के घूमने के स्थान

KM

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