नौकुचियाताल झील
जानकारी
झीलों के शहर कहे जाने वाले नैनीताल स्थित नौकुचियाताल अन्य झीलों से भिन्न है। नौ कोनों से मिलकर बनी इस झील को "लेक ऑफ़ नाइन कार्नर" के नाम से भी पहचाना जाता है। सृष्टि के रचयिता ब्रह्म देव के तप से निर्मित यह झील अपनी मनमोहक सुंदरता और खूबसूरती के चलते अन्य झीलों में विशेष पहचान बनाती है। हरे भरे पहाड़ो से घिरी इस झील में अक्सर पर्यटक बोटिंग और गतिविधि का आनंद लेते हुए दिखाई पड़ते है। नैनीताल से मात्र 23 किमी की दूरी पर स्थित नौकुचियाताल में पर्यटक कुदरत के समीप कुछ पल रहकर शांति की अनुभूति के लिए अक्सर यहाँ आते है, विशेषकर नैनीताल भ्रमण पर आए पर्यटक।
गहरी झील
भीमताल झील से मात्र 7 किमी दूर नौकुचियाताल में आप स्थानीय परिवहन सेवा का उपयोग करके पहुंच सकते है। लगभग 983 मीटर में फैली यह झील कुमाऊं की सबसे गहरी झीलों में से एक है, जिसकी गहराई करीब 40.3 मीटर की है। पर्यटक यहाँ पैराग्लाइडिंग, पैडलिंग, पैरासेलिंग, नौकायन और रोइंग जैसी गतिविधयों में भाग ले सकते है। वैसे तो झील अपनी सुंदरता और नजारो के लिए प्रसिद्ध है लेकिन यहाँ मनाया जाने वाले "एस्केप उत्सव" पर्यटकों को ख़ासा पसंद आता है। प्रत्येक वर्ष मई माह में आयोजित होने वाले इस उत्सव में काफी संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग शामिल होते है। अपनी सुंदरता के अतिरिक्त यह झील स्थानीय मिथको से भी प्रचलित है जो पर्यटकों को अत्यधिक आकर्षित करते है।
पौराणिक कथाएँ और मिथक
नैनीताल स्थित नौकुचियाताल झील अपनी पौराणिक मान्यताओं के साथ इससे जुड़े कुछ मिथक के लिए भी पहचानी जाती है। बताया जाता है की झील का निर्माण ब्रह्मा देव की कठोर तप के चलते हुआ था। इसी के चलते आपको झील के निकट ब्रह्म देव का एक मंदिर भी देखने को मिलता है, जहाँ घूमने आए पर्यटक अक्सर प्राथना करने जाते है। स्थानीय लोगो के अनुसार यदि आप झील की परिक्रमा करते है तो आपको ब्रह्मा जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त एक अन्य मिथक जो पर्यटकों को इस झील की ओर आकर्षित करता है की जमीन में पाँव रखे होने के दौरान यदि आप झील के सभी नौ कौनो को एक साथ देख लेते है तो आपके जीवन में चमत्कारी बदलाव आता है, तो वहीं कुछ का कहना है की व्यक्ति को सांस्कारिक मोह माया से छुटकारा मिलता है।
मुख्य गतिविधियाँ
नौकुचियाताल में आप विभिन्न तरह की गतिविधियों का आनंद लेकर अपनी यात्रा को और मजेदार बना सकते है, जैसे की: -
- बोटिंग।
- पैडलिंग।
- पैरासेलिंग।
- बर्ड वाचिंग।
- पैराग्लाइडिंग।
- रोइंग।
- नौकायन।
निवास की सुविधा
नौकुचियाताल में आपको ठहरने हेतु विभिन्न तरह के विकल्प मिल जाएंगे जैसे की होटल, होमस्टे और रिसोर्ट। आप इन्हे ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से आवश्यकतानुसार बुक कर सकते है। झील के निकट ही आपको कई होटल और रिसोर्ट देखने को मिलते है, जहाँ से झील का नजारा बेहद ही मनमोहक नजर आता है। झील के निकट स्थित होटल और रिसोर्ट की सूची इस प्रकार से है: -
- द लेक एम्बिएंस रिज़ॉर्ट
- देवभूमि रिज़ॉर्ट।
- कार्नर 9 बाय दी लेक।
- लेक विलेज।
- देवभूमि रिज़ॉर्ट।
- केम्फर कॉटेज।
- द लेक रिज़ॉर्ट।
- ला बेले वी
- गुलदर्शन
- देजा वु
- केएमवीएन टूरिस्ट
- द लेकफ्रंट सुइट्स
- होटल वापी कम्फर्ट इन
- अथीरा बाय दी लेक।
- वीकेंड्स फॉरएवर वुड्स
- दी पियर ओरचर्ड बाय कंट्रीसाइड।
- संगीता रिसॉर्ट्स
- बी'नेस्ट होम स्टे बाय बाण
यात्रियों के लिए मत्वपूर्ण सुझाव
- ठहरने की व्यवस्था पहले से कर ले विशेषकर गर्मी और सर्दी की छुट्टियों के दौरान।
- शीतकालीन और ग्रीष्मकाल की छुट्टियों के दौरान झील के निकट आपको अत्यधिक भीड़ दिखाई दे सकती है।
- झील के निकट आपको गाडी पार्किंग करने की सुविधा मिल जाती है।
- टैक्सी की सुविधा भी आपको झील के पास मिल जाती है।
- मानसून सीजन के समय आपको यात्रा सम्बंधित कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए इस दौरान यात्रा करने से बचे।
नजदीकी आकर्षण
नौकुचियाताल के निकट आप यहाँ के अन्य प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पर भी भ्रमण हेतु जा सकते है, जैसे की: -
- भीमताल लेक।
- कैंची धाम।
- कसार देवी।
- मुक्तेश्वर।
- जंगलिया गांव।
यहां कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग से: - नैनीताल बस स्टैंड से नौकुचियाताल की दूरी करीब 25 किमी की है, जहाँ आप टैक्सी के द्वारा आसानी से पहुँच सकते है। नैनीताल विभिन्न शहरो से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है, जहाँ आप बस या टैक्सी के द्वारा पहुँच सकते है। नैनीताल दिल्ली से 315 किमी, देहरादून से 291 किमी और हल्द्वानी से मात्र 42 किमी की दूरी पर स्थित है। उत्तराखंड परिवहन सेवा के साथ निजी बस संचालक नैनीताल के लिए रोजाना बस सेवा प्रदान करते है।
रेल मार्ग से: -इसके निकटतम रेलवे स्टेशन यहाँ का काठगोदाम रेलवे स्टेशन है जो झील से करीब 27 किमी दूर है। स्टेशन दिल्ली एवं अन्य रेल मार्ग से रोजाना एवं साप्ताहिक रेल सेवा से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से आगे की यात्रा आप टैक्सी या बस द्वारा पूरी कर सकते है।
हवाई मार्ग से: - नजदीकी एयरपोर्ट पंतनगर है जो यहाँ से करीब 60 किमी दूर है। यह एयरपोर्ट दिल्ली एवं देहरादून जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से सीमित संख्या में सीधी हवाई सेवा से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे से आगे का सफर आप बस या टैक्सी के द्वारा पूरी कर सकते है।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम
नौकुचियाताल घूमने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मई माह का माना जाता है इस दौरान झील की सुंदरता और यहाँ का तापमान पर्यटकों के लिए लाभदायक होता है। इसके अतिरिक्त आप यहाँ मई माह में आयोजित होने वाले एस्केप समारोह में भी भाग ले सकते है, जिसमे बड़ी संख्या में पर्यटक शामिल होते है।
समुद्र तल से ऊँचाई
समुद्र तल से नौकुचियाताल लगभग 1,220 मीटर यानि 4,000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है।