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भीमताल झील

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जानकारी

अपने सौंदर्य और खूबसूरती से पर्यटकों को लुभाने वाली भीमताल लेक उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है। टिहरी झील के बाद उत्तराखंड की दूसरी सबसे बड़ी झील से सम्मानित भीमताल लेक नैनीताल से केवल 23 किमी की दूरी पर है। पर्यटक यहाँ बस एवं टैक्सी के द्वारा सड़क मार्ग से होते हुए आ सकते है। नैनीताल घूमने आये पर्यटक अक्सर भीमताल लेक की खूबसूरती देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते है। इस झील का सौंदर्य नैनीताल स्थित अन्य झीलों के मुकाबले काफी अलग है, जो इसे उनसे विशेष बनाता है। सी आकार वाली भीमताल झील करीब 450 मीटर चौड़ी और 18 मीटर गहरी है, जिसके चलते इसे कुमाऊं की सबसे बड़ी झीलों में गिना जाती है। चारो तरफ हरियाली और हरे भरे पहाड़ से घिरी इस झील में पर्यटक बोटिंग करते हुए प्रकृति की खूबसूरती का भरपूर आनंद उठा सकते है।
 

बोटिंग के अलावा आप भीमताल में पैराग्लाइडिंग और होते एयर बैलून रोमांच से भरी गतिविधयों का भी मजा ले सकते है। इस झील के पानी का उपयोग मुख्यतः पीने और सिंचाई के लिए किया जाता है, जिसके लिए ब्रिटिश सरकार ने झील के निकट एक डैम का भी निर्माण किया था, जिसे विक्टोरिया डैम के नाम से जाना जाता है। झील के बीचो बीच स्थित एक टापू और उसमे बना एक खूबसूरत एक्वेरियम इसके मुख्य आकर्षणों में से एक है।

कुमाऊं रत्न

झीलों के शहर नैनीताल में स्थित भीमताल लेक अपनी मनमोहक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। भीमताल लेक किसी नदी पर बनी झील नहीं है बल्कि धरती के नीचे हुई हलचल से पानी का बहाव रुकने के चलते इसका निर्माण हुआ। अन्य झीलों के मुकाबले भीमताल झील में कम भीड़ भाड़ देखी जाती, जिसके चलते यह पर्यटकों के घूमने के लिए एक आदर्श स्थान है। खूबसूरती के साथ साथ आपको यहाँ विभिन प्रजाति की तितलियाँ और पक्षी भी देखने को मिलते है, जो किसी भी पक्षी प्रेमी के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। झील के निकट भगवान शिव को समर्पित भीमेश्वर महादेव मंदिर झील की सुंदरता और इसके महत्व और अधिक बढ़ा देता है। भीमताल घूमने आये पर्यटक अक्सर इस मंदिर में दर्शन करने हेतु अवश्य से पधारते है।

भीमताल नक्षत्र सभा

उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में नक्षत्र सभा का आयोजन किया जाता है उन स्थानों में भीमताल भी शामिल है। नक्षत्र सभा में तारामंडल और सौर मंडल में मौजूद ग्रहो को देख और उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। यह सभा साल में चुनिंदा दिनों पर ही आयोजित की जाती है, जिसमे विभिन्न स्थानों से पर्यटक शामिल होने आते है।

पौराणिक इतिहास

भीमताल लेक का इतिहास महाभारत काल के समय का बतलाया जाता है। कहा जाता है अपने अज्ञातवास के दौरान जब पांडव इस स्थान पर पहुंचे तो उन्हें प्यास लगी। इधर भटकने पर भी पानी का श्रोत न मिलने पर पाण्डु पुत्र भीम ने अपनी गदा से धरती पर एक जोरदार प्रहार किया। इस प्रहार के चलते जमीन के अंदर से पानी निकले लगा, जिससे उन सभी ने अपनी प्यास बुझाई। इसके पश्चात भीम ने पानी से बानी झील के निकट ही एक शिवलिंग की स्थापना भी की जिसे आज लोग भीमेश्वर महादेव मंदिर के नाम से पहचानते है।

मुख्य गतिविधियाँ

भीमताल में आप विभिन्न तरह की गतिविधयों में भाग ले सकते है, जिससे आप अपनी यात्रा का पूर्णतः आनंद ले सके। यहाँ आप निम्नलिखित गतिविधि में भाग ले सकते है: -

  • बर्ड वाचिंग।
  • बोटिंग।
  • पैराग्लाइडिंग।
  • हॉट एयर बैलून।
  • ट्रैकिंग।
  • कैंपिंग।
  • स्टरगेजिंग।

निवास की सुविधा

एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने के चलते भीमताल में पर्यटकों के ठहरने की विशेष सुविधा उपलब्ध है। यहाँ आपको होटल, रिसोर्ट, होमस्टे जैसे कई विकल्प मिल जाते है। इन्हे आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से बुक कर सकते है। झील के निकट उपलब्ध होटल कुछ इस प्रकार से है: -

  • होटल हरशिखर ।
  • त्रिशिता रेजीडेंसी।
  • एकोर मालुसारा लेकव्यू रिट्रीट।
  • माउंट एंड लेक।
  • लेक एंड वुड रिज़ॉर्ट।
  • जॉयज़ बाय द लेकसाइड।
  • नव्या स्टेज़।
  • द लेक हाउस।
  • शिव सोलेस।
  • द बार्न्स रिज़ॉर्ट।

यात्रियों के लिए मत्वपूर्ण सुझाव

  • भीमताल के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध न होने के चलते हल्द्वानी या नैनीताल पहुंचे।
  • अपने निवास की सुविधा पहले से बुक कर ले अन्यथा अंतिम समय में परेशानी हो सकती है।
  • झील के निकट ही कार और बाइक पार्किंग उपलब्ध है।
  • मानसून के समय यात्रा करने से बचे अन्यथा यात्रा सम्बंधित विभिन्न परेशानी हो सकती है।
  • झील के निकट आपको एटीएम और पेट्रोल स्टेशन मिल जाते है।
  • झील के पास ही आपको टैक्सी सेवा भी मिल जाती है।

नजदीकी आकर्षण

भीमताल लेक के निकट आप अन्य पर्यटक स्थल पर भी घूमने जा सकते है जो भीमताल के मुख्य आकर्षणों में से एक है: -

  • नौकुचियताल।
  • नल दमयंती ताल।
  • लोक संस्कृति संग्रहालय।
  • भीमताल आइलैंड एक्वेरियम।
  • तितली अनुसन्धान केंद्र।
  • हिडिम्बा पर्वत।
  • भीमेश्वर महादेव मंदिर।
  • विक्टोरिया डैम।
  • करकोटक नाग देवता मंदिर।

यहां कैसे पहुंचे

सड़क मार्ग से: - उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित भीमताल लेक दिल्ली से 325 किमी और देहरादून से 300 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ आप सड़क मार्ग से बस, टैक्सी या कैब आ सकते है। सीधी बस सेवा न होने के चलते आपको पहले हल्द्वानी या नैनीताल आना होगा जिसके आगे का सफर आप बस या टैक्सी से पूरा कर सकते है। हल्द्वानी बस स्टैंड से भीमताल लेक की दूरी लगभग 27 किमी की है।
 

रेल मार्ग से: -इसके निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है जो 20 किमी की दूरी पर है। स्टेशन दिल्ली एवं अन्य स्टेशन से सीधी ट्रैन सेवा से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से आगे की यात्रा आप बस और टैक्सी से तय कर सकते है, जिसकी सुवधा आपको स्टेशन के पास मिल जाती है।
 

हवाई मार्ग से: - इसके निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है जो यहाँ से 53 किमी की दूरी पर है। यह एयरपोर्ट दिल्ली के साथ देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से सीधी हवाई सेवा से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आगे की यात्रा आप बस या टैक्सी से कर सकते है।

यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम

भीमताल झील और इसके निकटतम पर्यटक स्थल घूमने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मई का माना जाता है। इस दौरान यहाँ का मौसम घूमने के लिए अनुकूल और प्रकृति की सुन्दर नज़ारे प्रस्तुत करता है।

समुद्र तल से ऊँचाई

समुद्र तल से भीमताल लेक करीब 1,375 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो की लगभग 4,511 फ़ीट है।

Nearest Spot Based on River/ Lake

मौसम का पूर्वानुमान

स्थान

निकट के घूमने के स्थान

KM

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