पांडव गुफा
जानकारी
पांडव गुफा उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून से 119 किमी दूर लाखामण्डल में स्थित है। जैसा की नाम से प्रतीत होता है यह गुफा पांडवो द्वारा अपने अज्ञात वास के दौरान बनाई थी। इस गुफा की लम्बाई तक़रीबन 1 किमी की है। पहले इस गुफा में आम लोग जा सकते थे लेकिन हाल ही में इस गुफा को लोगो के लिए बंद कर दिया गया है, हालाँकि अभी कुछ मीटर तक ही गुफा में प्रवेश करने की अनुमति है। ऐसा कहा जाता है की इस गुफा से होकर जाने वाला मार्ग सीधा लाखामंडल में स्थित भोलेनाथ मंदिर के गर्भगृह में खुलता है। अपने अज्ञातवास के दौरान पांडवो ने कई स्थानों में अपना प्रवास डाला था, जिसके छाप हमें आज के इस दौर में भी देखने को मिलती है। इस पांडव गुफा के भीतर 5000 वर्ष पूर्व प्राचीन शिवलिंग भी मौजूद है, जिसकी पूजा अर्चना पांडव किया करते थे।
पहुँचने के लिए कैसे करें
देहरादून से 119 किमी की दूरी पर स्थित इस स्थान पर सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है। इसके लिए आपको देहरादून बस अड्डे से बस तथा टैक्सी की सर्विस मिल जाएगी। वही इसके निकटतम रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा देहरादून में स्थित है जिसकी दूरी क्रमशः 119 और 134 किमी की है।
घूमने का सबसे अच्छा मौसम
साल भर खुले रहने वाले इस स्थान में आप कभी भी आ सकते है, लेकिन सबसे उत्तम समय फ़रवरी से अप्रैल तथा सितम्बर से दिसंबर तक का माना जाता है। बरसात के दौरन इस स्थान पर है आने से यात्रियों को बचना चाहिए, जहाँ उन्हें कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।
समुद्र तल से ऊंचाई
समुद्र तल से इस स्थान की ऊँचाई लगभग 1350 मीटर (4429 फ़ीट) है