मालसी डियर पार्क जिसको ज़ू के नाम से भी जाना जाता है उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शहर घंटाघर से 9 किलोमीटर दूर मसूरी मार्ग पर स्थित है और देहरादून आई एस बीटी बस स्टैंड से 17 किमी व् रेलवे स्टेशन से मात्र 10 कि.मी तथा जॉली ग्रांट एयर पोर्ट से ज़ू 38 कि.मी है यहाँ से आप सड़क मार्ग द्वारा टैक्सी ,कैब आदि की सहायता से आसानी से पहुँच सकते है।
मालसी डियर पार्क, जिसे देहरादून चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसके अंदर प्रवेश करते ही आपको सुनाई देती है बहुत ही सुंदर सूंदर कोमल ध्वनि चिड़ियों की जो आपके मन को और भी आकर्षित इन पक्षियों के प्रति बना देती है इस पार्क में जाने से पहले आपको यहाँ का प्रवेश शुल्क देना अनिवार्य होता है और जो उनमे घुंमने की खास जगहों है उनका शुल्क अलग देना होता है वैसे आपको परिसर में लगे पोस्टर के जरिये या जो शुल्क लेता है उससे भी जानकारी मिल जाएगी अगर आप सुबह के समय जाते है तो आपको प्रवेश जल्दी मिल जाता है अन्यथा दिन के समय में काभी रस देखने को मिलेगा पर्यटको का आधा-आधा लाइन में लगना पड़ता है
इस पार्क में प्रवेश करते ही आपको देखने को मिलता यह खूबसूरत पार्क जिसकी बनावट आपको अलग ही मिलेगी हर मार्ग में जाते वक्त ऐसा महसूस करोगे जैसे किसी सुनसान जंगल में आ गए होक्योंकि यह चिड़याघर जंगल काट कर बनाया गया है पार्क के अंदर आपको एक वन्य तथा अन्य जीवो की अनेक प्रकार की प्रजाति देखने को मिलेंगी, जिन्हे आपने आज तक टीवी चैनल के माध्यम से देखा होगा। अगर बात करे वन्य जीवो की, तो यहाँ आपको हिरण का झुण्ड भी देखने को मिलता है जो आपके मन को मनमोहक बना देता है पहली नज़र में,दो सींग वाले गैंडे, मगरमच्छ कम से कम आपको 6 से 7 दिखाई देते है, बंदर,
तेंदुए -इन तेंदुओं की लम्बाई 1.3 मीटर से 1.4 मीटर के बिच होती है और इनका वजन 50 से 77 किलोग्राम् होता है, विभिन्न प्रकार के सांप बड़े सांप से लेकर उड़ने वाले सांप,पानी में तैरते सांप से लेकर रेगिस्तान में चलने वाले सांप आदि देखने को मिलते है जिसमे एक दुनिया का सबसे लम्बा सांप भी है जिसका नाम रेटिकुलेट पायथन और इसका वैज्ञानिक नाम मलयो पायथन रेटिकुलस इस सांप की लम्बाई लगभग 1.5 से 6.5 मीटर (4.9 से लेकर21.3 फिट )और इसका वजन तकरीबन 1 से 75 किलोग्राम है
परिसर के अंदर आपको दिखाई देगा बच्चो के लिए बनाया गया एक एडवेंचर पार्क जो बहुत ही आकर्षित है जिसमें आप इस एडवेंचर अलग अलग गतिविधि भी कर सकते हो आप इस पार्क का भरपूर लुप्त उठा सके ओरे भी गतिविधि बनाई गई है बच्चो के लिए इस परिसर में किसी भी उम्र का व्यक्ति आ सकता है और परिसर की सीमा तक ही घूमे !व् छोटी अन्य प्रजातिया देखने को मिलेंगी। इतना ही नहीं यहाँ आपको कुछ प्रवासी पक्षी अपने प्रवास के दौरान आपको यहाँ दिख जाएँगे। ,यहाँ पर आपको एक मछलीघर देखने को मिलता है जिसके अंदर प्रवेश करते ही आपको दिखाई देती है भिन्न भिन्न प्रकार की मछलियाँ छोटी मछली से लेकर बड़ी
मछलियाँ कुछ मछलियों के नाम - ऑस्कर मछली जिसको एस्ट्रोनोटयूससेलेटस के नाम से भी जाना जाता है यह सिचिल्ड परिवार की एक प्रजाति है जिसे टाइगर ऑस्कर ,वेलवेट सिचिल्ड तथा मार्बल सिचिल्ड आदि के नाम से भी जाना जाता है ये बहुत आक्रामक होते है और आम तौर पर मचालीघर या झील के अंदर अपने क्षेत्र की सीमा का निर्धारण करते है ये मछलीपेरू इक़्वाडोर ,कोलंबिया , ब्राजील ,फ्रेंच गुनिया और एमोजोन नदी बेसिन ले मूल निवासी है कार्निवोर प्रकृति के है एवं ठन्डे पानी हेतु सवेदन शील भी होती है यह मछलियाँ
एलीगेटर गार रे -इस मछली को को यूरिहेलाइन है जो की बोफिन से संबंधित है इस मछली का नाम अमेरिकन एलिगेटर के साथ समानता के कारण से हुआ है इसका अस्तित्व एक लाख मिलियन साल पहले के शुरुआती क्रेटासियस समय जा है ये गार परिवार में सबसे बड़ी प्रजातियां है इसकी अधिकतम लम्बाई 10 फिट तक और अधिकतम वजन 130 से लेकर 140 किलोग्राम तक होता है क्योंकि इस मछली को अक्सर “आदिम मछिलयों “ या जीवित जीवाश्म के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस मछली में अपने पूर्वजों जैसे स्पाइरल वाल्व आंत ,हवा और पानी दोनों में साँस लेने की क्षमता है उनके स्केलस गनोइड स्केल है जो हड्डीयों की तरह ,हिरे के आकार है व् इनके किनारे धारीदार होते है जो कोई अगर हाथ भी लगाने जी कोसिस करेगा उसका चोटिल हो सकता है मुख्य रूप से छोटी मछली इनके मुख्य आहार है लेकिन यह छोटे मांसाहारी एवं जल पक्षियों को भी अपना आहार बना लेती है इनका प्राकृतिक निवास जहाँ इनकी अधिकतर संख्या पाई जाती है दक्षिण अमेरिका और मेक्सिको के गल्फ है
पुंटियस मछली - पुंटियस दक्षिण एशिया और मुख्य भूमि दक्षिणपूर्व एशिया के साथ साथ ताइवान के मूल निवासी साइप्रीनिडी परिवार में छोटे मीठे पानी की मछली की प्रजाति है पुंटियस नाम पुंगती (उच्चारण पुती ) से आया है ,जो छोटे साइप्रीनीडस के लिए एक बांगला शब्द भी है इस प्रजाति के वयस्क के लिए अधिकतम आकार 25 से. मी या नी 10 इंच है ,लेकिन अधिकांश प्रजातियां 7 -15 से.मी (2.8 से लेकर 5.9 )तक पहुँचती है और कुछ प्रजातियां 5 से मी (2 इंच )से अधिक नहीं होती है दिखने में ऐ लघु कार्प के समान हो सकती है और कभी कभी चमकीले रंग या पैटर्न वाली होती है ये मछलियां सर्वाहारी है व् इनके आहार में छोटे अकशेरुकिए और पादप द्रव्य शामिल है इनमे प्रजनन अंडे के प्रकीरणन द्वारा होता है और घने पौधों के क्षेत्रों के पास या तल के करीब होता है इनके माता पिता इनकी देखभाल नहीं करते है और इनको व्यवस्क बच्चो को भी खा जाते है
ईरीडीसेन्ट शार्क-ईरीडीसेन्ट शार्क जिसको पंगासीय नोडोनि पोपथलमस के नाम से भी जाना जाता है दक्षिण पूर्व की नदियों में पाई जाने वाली शार्क कैट फिश की एक प्रजाति है यह पूर्ण रूप से शार्क नहीं है यह मछली मेकांग बेसिन और चाओ फ्राया नदी में पाई जाती है इसे स्यामेश शार्क तथा सूची कैटफिश भी कहा जाता है इनका मुख्य आहार छोटी मछिलयां और जलीय पौधे है इनकी अधिकतम लम्बाई चार फिट होती है और इसका वजन 44 किलोग्राम की हो सकती है इन मछिलयों में देखने की क्षमता बहुत कम होती है
रेड ड्रैगन फ्लावरहॉर्न- रेड ड्रैगन फ्लावरहॉर्न एक ऐसी मछली है जिसको फ्लावरहॉर्न सिप्लिड संजावटी एकवैरियम मछली है जो उनके विकिय रंगो और विशिष्ट आकार के सिरे के लिए उन्हें यह नाम दिया है इनके सिरे के उभरे हुए अंश को कोक या नुचाल हंप कहा जाता है वे मानव निर्मित संकर है जो केवल उनकी रिहाई के कारण प्राकृति में मौजूद है यह प्रजाति पहले मलेशिया थाईलैंड और ताइवान में विकसित हुई इनका जीवन काल 10-12 वर्ष है आक्रामक और क्षेत्रीय होने के कारण ,दो या अधिक मछिलयों को आमतौर पर एक साथ नहीं रखा जाता है इनको और इनका मुख्य भोजन प्रिंप्टस, छोटी मछिलयां होती है इस प्रकार से सिल्वर डॉलर फिश ,टाइगर बार्ब फिश,स्पॉटेड स्कैट, येलो गोरामी, विडो टेट्रो ,डेनियो फिश और भी अन्य मछिलयाँ आपको देखने को मिलती है इस मछलीघर में और इन मछलियों के पालन पोसन चैरिटी द्वारा भी किया जाता है
मालसी वन से घिरे हुए इस पार्क में आप चट्टानी रास्ते और जंगल के वातावरण का अनुभव ले सकते है। इतना ही नहीं यहाँ पे एक मछलीघर भी है, जिसमे विभिन्न प्रकार की मछिलयाँ है। कुल मिलकर इस पार्क में आप अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ एक अच्छा दिन बिता सकते है।इस पार्क में साल में आप कभी भी आ सकते हो 12 के 12 महीने खुला रहता है पार्क सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिवस को सुबह 10 बजे से श्याम 5 बजे तक लोगो के लिए खुला रहता है।
महत्वपूर्ण जानकारी -देहरादून चिड़िया घर के नियम व प्रतिबन्धित इस ज़ू परिसर के अंतर्गत में ध्रूमपान करना ,संगीत बजाना ,शोर मचाना ,प्लास्टिक की वस्तु व् पॉलीथिन की थैलियाँ ,पालतू जानवरो ,खेलकूद का सामान ,बाहर के खाद्य पदार्थ धारदार हतियार ,गुब्बारे ,पटाखे ,परिसर के तहत ज़ू में रखे गए वन्य जीवों /जंतुओं को खाद्य पदार्थ को खिलाना / जंतुओं को किसी प्रकार से छेड- छाड /किसी भी प्रकार से तंग (परेशान करना ) ,व् बैरियर को लगाना पूर्णतः प्रतिबन्धित है उपरोक्त नियम- में से किसी भी चीज का उल्लंघन वन्य जिव सरक्षण अधिनियन 1972 के तहत एक गंभीर व् दण्डनीय अपराध है इसमें 6 माह की सजा या 5000 रूपए का जुर्माना या दोनों हो सकते है