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चोपता चंद्रशिला ट्रेक

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मौसम का पूर्वानुमान

जानकारी

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ट्रेक के शौकीनों के लिए चोपता चंद्रशिला ट्रेक बेहद ही ख़ास और महत्वपूर्ण ट्रेक में से एक है। करीब 12 हजार फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित चंद्रशिला पीक, भगवान शिव को समर्पित तुंगनाथ मंदिर के ऊपर स्थित है। चोपता तुंगनाथ ट्रेक में जाने वाले यात्री अमूमन चंद्रशिला चोटी तक अवश्य जाते है। इस स्थान से नजर आने वाले प्रकृति के दृश्य बेहद ही रोमांचकारी और अध्भुत होते है। चोपता चंद्रशिला ट्रेक अपनी नैसर्गिक सुंदरता के साथ धार्मिक महत्व के लिए भी अधिक पहचाना जाता है।
 

तुंगनाथ से चंद्रशिला की दूरी लगभग 1.5 किमी की है, जो बेहद ही कठिन और चुनौतीपूर्ण है। इस ट्रेक का यह सबसे चुनौतीपूर्ण वाला भाग है, जिसे पूरा करने के लिए शारीरिक क्षमता का होना बेहद ही आवश्यक है। इस तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक गाइड में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गई है जो इस ट्रेक के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है।
 

चंद्रशिला कहाँ पर स्थित है?

तुंगनाथ मंदिर से करीब 1.5 किमी ऊपर स्थित एक पर्वत शिखर, जिसे चंद्रशिला के नाम से जाना जाता है। उत्तराखंड राज्य के रुद्रपयाग जिले में मौजूद चंद्रशिला का अर्थ है चाँद की शिला (पत्थर)। तुंगनाथ मंदिर से 1.5 किमी की खड़ी पैदल यात्रा करने के बाद आप यहाँ पहुंच सकते है।
Chnadrashila Image

समुद्र तल से 12,000 हजार से अधिक की ऊंचाई पर स्थित इस स्थान से प्रकृति के मन मोह लेने वाला नज़ारे दिखाई देते है, जो शायद ही अन्य स्थान से देखने की मिले। यहाँ से आपको देखने की मिलती है हिमालय पर्वत की श्रृंखला जैसे की केदार पीक, चौखम्बा, बन्दरपूँछ, और त्रिसूल पर्वत। कहा जाता है की रावण का वध करने के पश्चात भगवान राम ने यहाँ कई वर्षो तक कठोर तप किया था। वहीँ एक अन्य कथा के अनुसार चंद्र देव ने भी यहाँ तप किया था, जिसके चले इस स्थान को उनके नाम पर रखा गया है।
Chandrashila Himalaya Image

चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक: यात्रा कार्यक्रम

पहला दिन: ऋषिकेश से चोपता
  • कैब से यात्रा करने पर
    • ऋषिकेश से सुबह जल्दी निकले।
    • दोपहर 2 से 3 बजे चोपता पहुंचने के बाद ठहरने की व्यवस्था करे।
  • बस या टैक्सी के द्वारा यात्रा करने पर
    • प्रातः सुबह ऋषिकेश बस/टैक्सी स्टैंड पहुँच कर उखीमठ जाने वाली बस या टैक्सी में बैठे।
    • दोनों ही माध्यम से आप उखीमठ दोपहर 2 बजे तक पहुँच जाएंगे।
    • उखीमठ से टैक्सी लेकर चोपता पहुंचे और रहने की व्यवस्था देखे।
  • शाम को आसपास के क्षेत्रों में भ्रमण करके अपने शरीर को वातावरण के अनुकूल ढालें।
  • नोट: यात्री उखीमठ से 14 किमी दूर सारी गांव में रात्रि विश्राम करके अगले दिन सुबह चोपता पहुंचकर भी अपना ट्रेक शुरू कर सकते है।
दूसरा दिन: चोपता से चंद्रशिला ट्रेक
  • सारी गांव में रुकने वाले व्यक्ति सुबह टैक्सी लेकर चोपता पहुंचे।
  • नाश्ता करने के बाद अपने ट्रेक मार्ग के लिए निकले।
  • रास्ते में आवश्यकता पड़ने पर आराम करे और आगे बढे।
  • कुछ घंटो की चढाई पश्चात आप तुंगनाथ मंदिर में पहुंच जाते है।
  • मंदिर में भोले नाथ का आशीर्वाद लेकर, चंद्रशिला की और बढ़ें।
  • एक घंटे से थोड़ा अधिक समय में आप चंद्रशिला की चोटी पर होते है।
  • मंदिर में प्राथना करने के बाद हिमालय की ऊँची बर्फीली पर्वत श्रृंखला की खूबसूरती को निहारे।
  • वापस चोपता बेस कैंप के लिए प्रस्थान करे।
तीसरा दिन: चोपता से ऋषिकेश
  • सुबह का नाश्ता करने के पश्चात वापस ऋषिकेश के लिए रवाना हो।

यात्रा प्रारंभिक स्थान

चोपता चंद्रशिला ट्रेक यात्रा का प्रारंभिक स्थान ऋषिकेश को माना जाता है, हालाँकि यह आपके मौजूदा स्थान के चलते भिन्न भी हो सकता है। विश्व की योगा सिटी के नाम से पहचाने जाने वाला ऋषिकेश कई प्रमुख शहरो से सड़क तथा रेल माध्यम से जुड़ा हुआ है। इसका योग नगरी रेलवे स्टेशन जहाँ आपको दिल्ली हरिद्वार के साथ अन्य शहरो से जुड़ने में सहायता करता है, वहीं अन्य स्थानों से आप यहाँ सड़क मार्ग से भी आ सकते है। शहर से निकटतम हवाई अड्डा देहरादून के जॉली ग्रांट में स्थित है, जो यहाँ से 16 किमी दूर है। 
 

चंद्रशिला ट्रेक के लिए चोपता कैसे पहुंचे?

ऋषिकेश से चोपता की दूरी लगभग 202 किमी की है जो सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुडी हुई है। यहाँ आप बस, टैक्सी, और कैब की सहायता से पहुँच सकते है। बस से यात्रा करने वाले सुबह प्रातः काल ऋषिकेश बस स्टैंड से बस सेवा प्राप्त करके उखीमठ तक पहुँच सकते है। उखीमठ से तुंगनाथ मंदिर का बेस कैंप कहे जाने वाले चोपता की दूरी करीब 29 किमी की है, जिसे यहाँ उपलब्ध टैक्सी के द्वारा पूर्ण किया जा सकता है। बस सेवा के अतिरिक्त आप उखीमठ साझा टैक्सी के द्वारा भी पहुँच सकते है, जिसकी सुविधा आपको ऋषिकेश, हरिद्वार के अतिरिक्त देहरादून से भी प्राप्त हो जाएगी।
Chopta Chandrashila starting point

चोपता चंद्रशिला ट्रेक: मुख्य विवरण

स्थानउत्तराखंड का रुद्रप्रयाग जिला
ड्राइव दूरीऋषिकेश से चोपता: 202 किमी
ड्राइव अवधि7 से 8 घंटे
ट्रेक दूरीचोपता से चंद्रशिला: 5 किमी (एक तरफ)
ट्रेक अवधि5 से 6 घंटे (एक तरफ)
सबसे अधिक ऊंचाई12,110 फीट (3,690 मीटर)
बेस कैंपचोपता और सारी गांव।
आवास की सुविधासारी और चोपता गांव।
आवास का प्रकारटेंट, होम स्टे, गेस्ट हाउस और कॉटेज।

तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक दूरी और कठिनाई

चोपता से चंद्रशिला की दूरी लगभग 5 किमी की है। यह ट्रेक मार्ग आसान से मध्यम की कठिनाई में आता है, जिसे पूरा करने में लगभग पांच से छह घंटे का समय लगता है। इस ट्रेक को पूरा करने के लिए शारीरिक फिटनेस और मानसिक शक्ति आवश्यक है। हालाँकि 12,000 फ़ीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित होने के चलते आपको एक्यूट माउंटेन सिकनेस जैसी परेशानी इस ट्रेक पर आम है, विशेषकर नए ट्रेकर के लिए।
Chnadrashila Trek Route Image

तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक की यात्रा

चोपता से चंद्रशिला की धार्मिक यात्रा चोपता गांव से शुरू होती है। चोपता के साथ सारी गांव भी इसका बेस कैंप के रूप में जाना जाता है, जहाँ रात में विश्राम करके यात्री अगली सुबह ट्रेक के लिए निकल पड़ते है।

  • प्रवेश शुल्क

ट्रेक शुरू करने से पूर्व सभी यात्रियों को वन विभाग की चेक पोस्ट से प्रवेश रसीद प्राप्त करनी है, जिसके लिए आपसे 200 रूपए प्रति व्यक्ति की दर से शुल्क लिया जाएगा।

  • विहंगम नज़ारे

ट्रेक शुरू करते ही आपका स्वागत होता है सुन्दर विहंगम नजारो और हरे भरे घास के मैदानों से। यह नजारे ऊंचाई पर चढ़ने के साथ और भी अधिक मनमोहक हो जाते है। यदि आप यह यात्रा फरवरी से मई माह के दौरान कर रहे है तो आपको यहाँ के विशेष बुरांस के फूल भी देखने को मिल जाएंगे। लाल रंग जे यह फूल ख़ास है जिनका जूस बनाया जाता है। यह जूस शरीर में ठंडक पैदा करता है, जो गर्मी के समय में लाभकारी होता है।
Chandrashila Trek Route

  • चाय स्टाल

ट्रेक मार्ग में चलते चलते आपका सामना होता है चाय के स्टाल से, जहाँ आप पहाड़ो के हसीन नजारो को देखते हुए चाय की चुस्की और मैगी का आनंद लेते हुए अपनी थकावट को दूर कर सकते है।
Chopta Chandrashila Trek Tea Stall image

  • पंच केदार

चोपता से तुंगनाथ मंदिर की 3.5 किमी दूरी तय करने के पश्चात आप पहुंचते है पंच केदारो में तृतीय केदार, तुंगनाथ महादेव मंदिर। भोलेनाथ को समर्पित यह मंदिर विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ से आप चंद्रशिला की पहाड़ी के लिए अपने ट्रेक को जारी रख सकते है।
Tungnath Temple Image

  • अंतिम शिखर

तुंगनाथ मंदिर से चंद्रशिला की दूरी लगभग 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है, जो इस ट्रेक का सबसे कठिन और महत्वपूर्ण भाग है। इस अंतिम भाग का मार्ग खड़ी चढाई से भरा है जो अत्यधिक शारीरिक क्षमता की आशा रखता है।
Chopta Chandrashila Trek

  • शिखर

अन्तः आप 5 किमी की पैदल यात्रा करके आ पहुँचते उस शिखर पर जिसका आपने स्वपन देखा था। शिखर पर पहुंचने पर दूर हिमालय की पर्वत श्रृंखला और प्रकृति के विहंगम नज़ारे आपका रोमांचित कर देते है। पास में ही स्थित चंद्र शिला में प्राथना करके कुछ पल यहाँ अवश्य से बिताए। एक पल को यह स्थान ऐसा एहसास करवाता है मानो आप स्वर्ग में हो। यहाँ का प्रत्येक भाग मानो आपसे अपनी खूबसूरती निहारने को कह रहा हो।
Chandrashila peak view

  • बेस कैंप की और वापसी

भगवान शिव और प्रकृति की खूबसूरती के दुर्लभ नजारो और विहंगम सूर्यास्त के नजारो को संजोने के बाद आप वापस अपने बेस कैंप पहुँचते है। यहाँ रात्रि विश्राम करने के पश्चात आप अगली सुबह हिमालय की इन चोटियों को अलविदा कहते हुए ऋषिकेश लिए प्रस्थान करें।
Chandrashila peak sunset view image

मार्ग में आने वाली चुनोतियाँ

अन्य ट्रेक की भांति चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक में भी यात्रियों को विभिन्न प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है; जैसे की: -

एक्यूट माउंटेन सिकनेसअक्सर 9,000 फ़ीट से अधिक की ऊंचाई पर होने के चलते यह परेशानी कई ट्रेकर में देखि जाती है. इस परेशानी से बचने के लिए अक्सर ट्रेकर को दवाई का सहारा लेना पड़ता है जो ट्रेक को पूरा करने में सहायता करता है।
मौसमकिसी भी ट्रेक पर मौसम अत्यधिक एहम होता है। इतनी ऊंचाई पर स्थित होने के चलते यहाँ का मौसम दिन में कई रूप बदलता है, जो यात्रा में अक्सर बाधा बनता है।
बारिशचंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक मार्ग बुग्यालों के बीच से होते हुए जाता है, जो अक्सर बारिश के समय परेशानी का कारण बन जाता है। मार्ग में बारिश से बचने हेतु किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिससे परेशानी अत्यधिक बढ़ जाती है।
बर्फ़बारीबर्फ़बारी के चलते मार्ग में फिसलन और ठण्ड अत्यधिक बढ़ जाती है।
खच्चरमार्ग में सामान लाने ले जाने वाले खच्चर भी कई बार असुविधा का कारण बन जाते है, जिससे मार्ग में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक के लिए आवश्यक सामान की सूची

चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक में जाने से पूर्व आपको ट्रेक में उपयोग आने वाली कुछ आवश्यक वस्तुओ को साथ ले जाना होगा, जिंनकी सूची कुछ इस प्रकार से है: -

पर्सनल गियर
  • ट्रेकिंग शूज़।
  • बैकपैक 50 से 60 लीटर (रेन कवर के साथ)
  • डेपैक: 20 से 30 लीटर (रेन कवर के साथ)
  • ट्रेक पोल (एडजस्टेबल फीचर के साथ)
  • 2 लीटर थर्मस पानी की बोतल।
  • मग।
  • इंसुलेटेड टिफिन बॉक्स।
  • इलेक्ट्रोलाइट्स, एनर्जी बार, ड्राई फ्रूट्स।
  • पर्सनल मेडिकल किट।
एक्सेसरीज
  • हेड टॉर्च।
  • ऊनी टोपी।
  • यूवी सनग्लास।
  • नैक वार्मर और बालाक्लावा।
  • रेन जैकेट।
     
  • वाटरप्रूफ मोजे।
  • जल प्रतिरोधी दस्ताने।
कपडे
  • सिंथेटिक टी शर्ट।
  • ऊन जैकेट।
  • थर्मल्स।
  • ट्रेक पैंट।
  • पैडेड जैकेट।
  • अंडरगारमेंट्स।
मेडिकल किट
  • एवोमाइन (मोशन सिकनेस के लिए)
  • डोलो 650 (हल्के बुखार और दर्द के लिए)
  • ओआरएस।
  • कॉम्बिफ्लेम।
  • घुटने का ब्रेस (घुटने में दर्द होने पर)
  • नोट: कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें
अन्य वस्तुए
  • टॉयलेट पेपर।
  • हैंड सैनिटाइज़र।
  • मच्छर भगाने वाली क्रीम।
  • सनस्क्रीन।
  • मॉइस्चराइज़र।
  • वैसलीन।
  • हाथ का तौलिया।

चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक यात्रा मार्ग

चंद्रशिला ट्रेक का सफर प्रारम्भ होता है इसके शुरुआती बिंदु चोपता गांव से। यहाँ आप सड़क मार्ग से निम्नलिखित यात्रा मार्ग का प्रयोग करके टैक्सी, बस, और निजी कैब की सेवा से पहुँच सकते है। अपनी यात्रा शुरू करने के लिए आपको अपने स्थान से निकटतम बिंदु पर पहुंचना होगा। 
 

नोट: यात्रा मार्ग में अंतिम बस स्टैंड उखीमठ में स्थित है, यहाँ आप ऋषिकेश बस स्टैंड से बस सेवा लेकर पहुँच सकते है। इसक अतिरिक्त टैक्सी के द्वारा भी पहुँच सकते है।
 

नोट: उखीमठ से चोपता जाने के लिए यात्रियों को टैक्सी की सुविधा आसानी से प्राप्त हो जाएगी।

ठहरने हेतु सुविधा

चोपता चंद्रशिला ट्रेक पर आए यात्रियों को ठहरने हेतु सुविधा इसके बेस कैंप चोपता और इसके निकटतम सारी गांव में मिल जाती है। यहाँ आपको रहने हेतु होमस्टे, टेंट, कॉटेज, रिसोर्ट और गेस्टहॉउस मिल जाएंगे, जिन्हे आप ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से बुक कर सकते है। यात्रियों के ठहरने हेतु निकटतम विकल्प कुछ इस प्रकार से है: -

  • सारी गांव के निकट
    • स्नो एंड शेड्स रिज़ॉर्ट और कैफ़े।
    • बजवाल होमस्टे और गेस्ट हाउस।
    • धरोहर चोपता।
    • पाइन ट्री होटल।
    • हिमालयन हेरिटेज।
    • अल्फ़ा रिज़ॉर्ट।
  • चोपता गांव के निकट
    • नीलकंठ होम स्टे।
    • होटल अनुकंपा।
    • नंदा देवी गेस्ट हाउस।

ट्रेक पर आए यात्रियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

  • ट्रेक पर जाने से पूर्व मार्ग और स्थान के बारे में अच्छे से जानकारी एकत्रित कर लें।
  • यात्रा से पूर्व मौसम की जानकारी अवश्य से प्राप्त कर ले।
  • अपने वाहन से यात्रा करने वाले गाडी में आवश्यक सामान जैसे की टूलकिट, स्पेयर टायर और अन्य जरूर से रख ले।
  • चोपता तक सीधे तौर पर सार्वजानिक वाहन की सुविधा ना उपलब्ध होने के चलते आपको उखीमठ पहुंचना होता है।
  • उखीमठ से चोपता या सारी गांव टैक्सी की सहायता से पहुंचा जा सकता है।
  • बस से यात्रा करने वाले ऋषिकेश बस स्टैंड में सुबह जल्दी से पहुंचे।
  • यात्रा के लिए अपने पास जरूरी मात्रा में कॅश अवश्य से रखे. क्यूंकि उखीमठ से आगे एटीएम उपलब्ध नहीं है।
  • चोपता में सड़क किनारे गाडी खड़ी करने की निशुल्क सुविधा उपलब्ध है।
  • ट्रेक में उपयोग में आने वाली सभी जरूरी वस्तुओ को लेकर चले।
  • ट्रेक शुरू करने से पूर्व वन विभाग की चेक पोस्ट से प्रवेश रसीद अवश्य से प्राप्त कर ले।
  • अपनी यात्रा सुबह जल्दी शुरू करे क्यूंकि चंद्रशिला में ठहरने हेतु कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।
  • ट्रेक से पूर्व अपने चेहरे और हाथो पर सनस्क्रीन क्रीम अवश्य से लगा लें।
  • धुप से बचने हेतु टोपी और चस्मा अवश्य पहन कर रखें।
  • ट्रेक में कॉटन के कपडे पहनने से बचे, जल्दी सूखने वाले और गर्म कपडे ही पहने।

देवरियाताल चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक

तुंगनाथ चंद्रशिला ट्रेक के लिए ज्यादातर यात्री अपना ट्रेक चोपता बेस कैंप से शुरू करते है। लेकिन अधिक बर्फ़बारी के चलते यह मार्ग सर्दियों में बंद हो जाता है। इसको देखते हुए अनुभवी ट्रेकर्स ने तुंगनाथ चंद्रशिला जाने का एक वैकल्पिक मार्ग खोज निकाला। हालाँकि यह मार्ग थोड़ा लम्बा है और इससे चंद्र शिला तक पहुंचने में चार से पांच दिन का समय लग जाता है, जो की चोपता मार्ग के एक दिन के ट्रेक मार्ग से काफी अधिक है। तुंगनाथ चंद्रशिला का यह ट्रेक सारी गांव से शुरू होता है जो देवरियाताल बनिया कुंड होते हुए चंद्रशिला पहुँचता है।
 

इस मार्ग में कुल तीन पड़ाव है, जहाँ आप रात में टेंट लगाकर अगले दिन अपनी यात्रा पुनः संचालित करते है। वैकल्पिक मार्ग के तौर पर प्रयोग होने वाला यह देवरियाताल चंद्रशिला ट्रेक का उपयोग अब अन्य मौसम में भी किया जाने लगा है, जो यात्रा को और भी ज्यादा रोमांचकारी बना देता है। लम्बा और थका देने वाले इस मार्ग के लिए शारीरिक दक्षता का होना बेहद जरूरी है। इस यात्रा के दौरान आपके धैर्य और साहस की परीक्षा होती है जो केवल अनुभव के साथ प्राप्त होती है। देवरियाताल चंद्रशिला ट्रेक मार्ग को आप एक अनुभवी ट्रेकर की सहायता से आसानी पूरा कर सकते है, जिसका मार्ग कुछ इस प्रकार से है : -

ट्रेक मार्गट्रेक की दूरी
सारी से देवरियाताल4 किमी
देवरियाताल से स्यालमी (रोहिणी बुग्याल होते हुए)9 किमी
स्यालमी से बनिया कुंड5.5 किमी
बनिया कुंड से चंद्रशिला तक13 किमी

देवरियाताल चंद्रशिला ट्रेक: यात्रा कार्यक्रम

पहला दिन (ऋषिकेश से सारी गांव)ड्राइव दूरी : 188 किमी
दूसरा दिन (सारी से देवरियाताल)ट्रेक दूरी : 4 किमी
तीसरा दिन (देवरियाताल से सियालमी)ट्रेक दूरी : 9 किमी
चौथा दिन (स्यालमी से बनिया कुंड)ट्रेक दूरी : 5.5 किमी
पांचवा दिन (बनिया कुंड से चंद्रशिला)
और बनिया कुंड से वापस सारी की ओर ड्राइव करके
ट्रेक दूरी : 13 किमी
छठा दिन (सारी से ऋषिकेश)ड्राइव दूरी : 188 किमी

हेल्पलाइन नंबर

किसी भी आपातकालीन स्थित में आप नजदीकी वन विभाग के चेक पोस्ट पर या 112 डायल कर सकते है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

चोपता चंद्रशिला ट्रेक को आसान से मध्यम मुश्किल के वर्ग में रखा गया। अतः इसे अच्छी शरीरिक सेहत वाला व्यक्ति आसानी से पूर्ण कर सकता है। हालाँकि इसके अंतिम तुंगनाथ से चंद्रशिला तक की चढ़ाई वाला कठिनाई भरा है।

चोपता चंद्रशिला ट्रेक करने का सबसे उत्तम समय अप्रैल से जून तथा सितम्बर से नवंबर का माना जाता है।

चंद्रशिला तुंगनाथ ट्रेक के लिए एक सामान्य सेहत होनी बेहद आवश्यक है जो 10 किमी की चढ़ाई एक दिन में बिना किसी परेशानी के पूर्ण कर सके।

चंद्रशिला तुंगनाथ मंदिर से डेढ़ किमी की दूरी पर स्थित है, जिसका मार्ग तुंगनाथ मंदिर ट्रेक से ही होकर जाता है। अतः दोनों ट्रेक मार्ग एक ही पथ पर स्थित है।

चोपता चंद्रशिला ट्रेक मार्ग की यात्रा चोपता गांव से होती है जिसे इसका बेस कैंप माना जाता है। हालाँकि कुछ व्यक्ति चंद्रशिला ट्रेक मार्ग सारी गांव से होते हुए भी जाते है।

हाँ, चंद्रशिला ट्रेक यात्री बनिया कुंड होते हुए भी पहुँच सकते है।

हाँ, देवरियाताल चंद्रशिला ट्रेक मार्ग सारी गांव से शुरू होता है, जिसका सफर चार से पांच दिन का होता है, वहीं चोपता चंद्रशिला ट्रेक इसके अनुरूप छोटा है जिसे एक ही दिन में पूरा किया जा सकता है। देवरियाताल चंद्रशिला ट्रेक मार्ग का उपयोग अक्सर बर्फ़बारी के दौरान किया जाता है।

समुद्र तल से चंद्रशिला चोटी 3,690 मीटर यानी 12,110 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है।

स्थान

Other Famous Treks

जानिए यात्रियों का अनुभव