नेलांग वैली परमिट आवेदन प्रक्रिया
उत्तराखंड के ठन्डे रेगिस्तान में शामिल नेलांग वैली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। पर्यटकों में प्रसिद्ध इस घाटी को "उत्तराखंड का लदाख" के नाम से भी पहचाना जाता है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यह स्थान बेहद ही खूबसूरत है, जहाँ हिम तेंदुआ जैसे जानवर भी पाए जाते है। भारत चीन सीमा तिबत्त पर स्थित नेलांग वैली इनर लाइन क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जिसके चलते यात्रियों को यहाँ प्रवेश हेतु इनर लाइन परमिट लेना जरूरी होता है।
आदि कैलाश इनर लाइन परमिट के विपरीत नेलांग वैली का परमिट प्राप्त करना थोड़ा मुश्किल है। नेलांग वैली परमिट कैसे प्राप्त करे और उसकी प्रक्रिया से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी इस लेख में साझा की गई है।
नेलांग वैली परमिट
उत्तरकाशी के गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में आने वाला नेलांग वैली भारत चीन सीमा में स्थित है, जिसके चलते यहाँ प्रवेश करने हेतु विभाग द्वारा परमिट जारी किया जाता है। इस परमिट के बिना किसी भी पर्यटक को घाटी में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती है।
पर्यटक नेलांग वैली के इस परमिट को उत्तरकाशी के भटवारी स्थित एसडीम कार्यालय से प्राप्त कर सकते है, जिसके लिए पर्यटकों को एसडीम के नाम एक प्राथना पत्र लिखना होता है। आवश्यक प्रक्रिया को पूरी करने के बाद एसडीएम कार्यालय द्वारा यह परमिट जारी किया जाता है, जिसको जारी होने में कम से कम एक से दो दिन का समय लगता है।
नेलांग वैली कैसे पहुंचे?
हर्षिल से 20 किमी दूर नेलांग वैली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है, जो देहरादून से करीब 220 किमी दूर है। सड़क मार्ग से होते हुए हर्षिल 8 से 9 घंटे में पहुँच सकते है, जहाँ आप रात्रि विश्राम के लिए ठहर सकते है।
उत्तराखंड परिवहन विभाग के साथ निजी बस संचालक उत्तरकाशी के लिए सीधी बस सेवा प्रदान करते है। उत्तरकाशी से हर्षिल तक का सफर आप टैक्सी के द्वारा तय कर सकते है, जो यहाँ से 76 किमी दूर है। इसके अतिरिक्त आप देहरादून या अन्य स्थानों से टैक्सी बुक करके भी जा सकते है। बस सेवा का लाभ आपको देहरादून पर्वतीय बस डिपो से मिल जाएगी।
नेलांग वैली परमिट प्रक्रिया
नेलांग वैली परमिट के लिए आवेदन केवल ऑफलाइन माध्यम से ही स्वीकारे जाते है। विभाग द्वारा अभी इसके तहत किसी भी प्रकार की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू नहीं की है। नेलांग घाटी के परमिट जारी करने की चरणबद्ध प्रक्रिया कुछ इस प्रकार से है: -
प्राथना पत्र लिखे
- सबसे पहले उत्तरकाशी एक डीएम को एक प्राथना पत्र लिखे।
- प्राथना पत्र में घाटी में जाने की अनुमति, व्यक्तियों की संख्या (ड्राइवर के साथ), व्यक्तियों के नाम दर्ज करे।
- इस प्राथना पत्र की कम से कम दो फोटोकॉपी संभाल कर रखे।
कलेक्टर ऑफिस जाए
- प्राथना पत्र में सभी व्यक्ति के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज संलग्न कर उत्तरकाशी कलेक्टर ऑफिस जाकर कार्यालय में जमा कर दें।
- (उत्तरकाशी डीएम कार्यालय की गूगल लोकेशन: 30.730694, 78.44441)
- प्राथना पत्र और दस्तावेज देखने के बाद आपको कार्यालय द्वारा एक हस्ताक्षर किया हुआ पत्र और आपके द्वारा लिखा हुआ प्राथना पत्र दिया जाएगा।
एलआईयू रिपोर्ट प्राप्त करे
- इसके लिए कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त पत्रों को लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे और एलआईयू रिपोर्ट प्राप्त करे।
- कलेक्टर कार्यालय से पुलिस स्टेशन मात्र 500 मीटर की दूरी पर है (जिसकी गूगल मैप लोकेशन इस प्रकार है: (30.728899, 78.44086)
- पुलिस थाने में मौजूद इन चार्ज को यह दस्तावेज देकर आगे की कार्यवाही के लिए आग्रह करे।
- सत्यापन के लिए इन चार्ज अधिकारी द्वारा कुछ प्रश्न भी पूछे जा सकते है।
- सफल प्रक्रिया पश्चात आपके प्राथना पत्र में हस्ताक्षर करके एक पत्र जारी किया जाएगा, जिसे लेकर आपको वापस कलेक्टर ऑफिस जाना होगा।
कलेक्टर कार्यालय वापस जाए
- पुलिस थाने से प्राप्त पत्र को कलेक्टर ऑफिस में जमा करे।
- जांच पश्चात एसडीएम द्वारा परमिट जारी कर दिया जाएगा।
- इस परमिट को यात्रा ख़त्म होने तक संभाल कर रखे।
- यह परमिट आगे मार्ग में वन विभाग की भैरोंघाटी स्थित चेक पोस्ट पर चेक किया जाएगा।
- चेक पोस्ट पर गंगोत्री नेशनल पार्क प्रवेश शुल्क देकर घाटी में प्रवेश कर सकते है।
- मार्ग में आपके वाहन की जांच की जाएगी जिसमे गाडी में मौजूद समान की गिनती जाएगी जिनसे कचरा फैलाया जा सकता है।
- जाँच के समय आपसे 500 रूपए का सुरक्षा शुल्क भी लिया जाएगा, जो आपको वापसी पर लौटा दिया जाता है।
नोट: खुले में कूड़ा न फैलाए और किसी भी प्रकार के खाद्य और पेय पदार्थ का इस्तेमाल करने के बाद उसका कूड़ा अपने साथ वापस लेकर आए, जिसकी जांच आपके वापस आने पर की जाएगी। सूची में दर्ज वस्तु न मिलने पर आपके द्वारा जमा सुरक्षा शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
नेलांग वैली के परमिट हेतु आवश्यक दस्तावेज
लिखित एप्लिकेशन के साथ यात्रियों को अपने कुछ दस्तावेज भी जमा करने होंगे, जिनकी सूची कुछ इस प्रकार से है: -
- पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड) सभी यात्रियों के लिए।
- वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र (केवल चार पहिया)
- ड्राइविंग लाइसेंस।
ध्यान रखने योग्य बाते
- परमिट जारी होने में कम से कम 1 से 2 दिन का समय लगता है इसलिए अपनी यात्रा देख का प्लान करे।
- सभी व्यक्ति अपने साथ आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस (गाडी चलाने वाला व्यक्ति) एवं इनकी 3 से 4 फोटोकॉपी साथ में रखे।
- परमिट केवल भारतीय नागिरक को जारी किया जाएगा विदेशी नागरिको को नहीं।
- दिया गया विवरण सही हो और पहचान पत्र से मेल खाता हो।
- घाटी में किसी भी प्रकार का कूड़ा फैलाना मना है।
- खाद्य, पेय, और अन्य वस्तुओ की गिनती प्रवेश पूर्व की जाएगी। वापसी के दौरान इन वस्तुओ की पुनः गिनती की जाएगी और कमी होने पर जमा किया गया सुरक्षा शुल्क जब्त कर लिया जाएगा।
- जारी किए गए परमिट की वैधता केवल एक दिन की होगी, इसलिए आपको चेक पोस्ट पर शाम 5 बजे तक वापस आना होगा।
- घाटी में रात में ठहरने की पूर्णतः पाबन्दी है।
- घाटी में फ़ूड स्टाल की सुविधा न होने के चलते अपने साथ खाने और पीने का पानी साथ में रखें।
- यात्री केवल कार से ही घाटी में प्रवेश कर सकते है। सभी प्रकार के दुपहिया वाहन यहाँ वर्जित है।
- अपनी गाडी में उचित मात्रा में तेल रखें क्यूंकि मार्ग में किसी भी प्रकार के फ्यूल स्टेशन उपलब्ध नहीं है।
- गाडी ध्यान पूर्वक चलाए और नीचे उतरने से पहले एक बार आस पास जरूर से देख लें।
- क्षेत्र में पाए जाने वाले हिम तेंदुआ आसानी से नजर नहीं आते है तो सावधानी अवश्य से बरते।
- क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है।
- एक दिन में छह वाहन से अधिक को घाटी में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
- यात्रा देख कर प्लान करे क्यूंकि सरकारी अवकाश के दौरान एसडीएम कार्यालय बंद रहता है एवं वीआईपी आगमन पर एसडीएम अनुपलब्ध रह सकते है।
- परमिट के लिए आप एजेंट से भी संपर्क कर सकते है जो अतिरिक्त शुल्क लेकर आपको परमिट जारी करने में सहायता करते है।
नेलांग वैली परमिट शुल्क
नेलांग घाटी में प्रवेश हेतु सभी यात्रियों को शुल्क देना होता है जो की गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत लिया जाता है। यह शुल्क यात्रियों से वन विभाग की भैरोंघाटी स्थित चेक पोस्ट पर जमा करना होता है। इसके अतिरिक्त यात्रियों से सिक्योरिटी शुल्क भी लिया जाता है, जो यात्रा समापत होने के बाद यात्रियों को लौटा दिया जाता है।
| प्रवेश शुल्क | 250 रूपए प्रति व्यक्ति |
| वाहन शुल्क | 150 रूपए |
| सुरक्षा शुल्क (रिफंडेबल) | 500 रूपए |
नोट: ऊपर दिए गए प्रवेश शुल्क परिवर्तन के अधीन है जिसमे विभाग द्वारा बदलाव किया जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1.नेलांग वैली का परमिट कहाँ से प्राप्त करे?
नेलांग वैली जाने वाले पर्यटक इसके परमिट उत्तरकाशी स्थित एसडीम कार्यालय से प्राप्त कर सकते है।
2.क्या में नेलांग वैली के परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता हूँ?
नहीं, नेलांग वैली के परमिट ऑनलाइन जारी करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
3.नेलांग वैली के परमिट के लिए किन दतावेजो की आवश्यकता होती है?
परमिट के लिए आवेदकों को आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, और वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र जमा करना होता है।
4.क्या में नेलांग वैली में रात में रुक सकता हूँ?
नहीं, घाटी में रात में रुकने की अनुमति नहीं दी जाती है।
5.नेलांग घाटी का परमिट कितने दिनों के लिए वैध रहता है?
पर्यटकों को यह परमिट केवल एक दिन के लिए जारी किया जाता है, जिसके चलते आपको शाम 5 बजे तक चेकपोस्ट पर वापस पहुंचना होता है।
6.नेलांग वैली का परमिट कितने दिनों में जारी हो जाता है?
परमिट प्राप्त होने की आवेदन प्रक्रिया में एक से तीन दिन का समय लग जाता है।
7.क्या भैरोंघाटी स्थित वन विभाग चेक पोस्ट से भी अनुमति लेना अनिवार्य है?
हाँ, एसडीएम से परमिट प्राप्त होने के बाद यात्रियों को भैरोंघाटी स्थित वन विभाग से भी अनुमति लेना आवश्यक है, जो की गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत आता है।
8.नेलांग वैली जाने का सबसे सही समय क्या है?
मई से नवंबर माह का समय नेलांग वैली घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है।
9.क्या नेलांग वैली में बाइक से प्रवेश कर सकते है?
नहीं, यहाँ आप स्वयं की कार या टैक्सी बुक करके ही आ सकते है।
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